18 नवंबर (वेदांत समाचार)। झारखंड पुलिस ने 6 दिन पहले एक करोड़ के इनामी नक्सली प्रशांत बोस को गिरफ्तार किया था. इसके विरोध में माओवादी नेताओं ने 20 नवंबर को भारत बंद का ऐलान किया है. माओवादियों ने पूर्वी रीजनल ब्यूरो कमेटी के सचिव प्रशांत बोस और उसकी पत्नी शीला मरांडी की गिरफ्तारी के विरोध में चौबीस घंटे का भारत बंद बुलाया है. इसके लिए बैनर और पोस्टर भी तैयार कर लिए गए हैं. इन बैनर और पोस्टरों में नक्सली नेताओं को राजनीतिक बंदी का दर्जा दिया गया है. इसके साथ ही उनकी शारीरिक अस्वस्थता की बात कहते हुए उनके लिए समुचित इलाज के व्यवस्था करने की बात कही गई है.
संगठन की तरफ से जारी पोस्टर्स में लिखा गया है कि क्रांतिकारियों को जेल में डालने से संघर्ष कभी भी नहीं रुका है और न ही कभी रुकेगा. इसके साथ ही प्रशांत बोस (Prashant Boss) और उसकी पत्नी शीला मरांडी की गिरफ्तारी के विरोध में 20 नवंबर को भारत बंद का ऐलान किया गया है. भारत बंद से पहले नक्सलियों की तरफ से झारखंड समेत सभी नक्सल प्रभाविक राज्यों और जिलों में पोस्टर और बैनर्स लगाए जा सकते हैं. इसके साथ ही 15 से 19 नवंबर तक प्रतिरोध दिवस मनाने का ऐलान भी नक्सलियों (Naxali Leaders) की तरफ से किया गया था.
20 नवंबर को नक्सलियों का भारत बंद
बता दें कि झारखंड पुलिस की गिरफ्तारी के बाद एक करोड़ के इनामी नक्सली कमांडर प्रशांत बोस की पत्नी शीला मरांडी की तबीयत खराब हो गई थी. इलाज के लिए बुधवार को उसे रांची के रिम्स अस्पताल में भर्ती कराया गया था. एक करोड़ का नक्सली प्रशांत बोस बिहार-झारखंड में नक्सलियों का सुप्रीम कमांडर है. बता दें कि पिछले दिनों दोनों को पुलिस ने सरायकेला से गिरफ्तार किया था. प्रशांत बोस को देश में नक्सलियों का सबसे बड़ा विचारक माना जाता है. पूरे देश का भ्रमण कर नक्सलियों की विचारधारा का विस्तार करना प्रशांत बोस का काम था. सरायकेला के चांडिल कांड्रा चौका मार्ग पर टोल गेट के पास से उसे गिरफ्तार किया गया.
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