धमतरी18 नवंबर (वेदांत समाचार)। जल उपयोगिता समिति ने निर्णय लिया है कि जलाशयों में पर्याप्त जल उपलब्ध नहीं होने के कारण इस वर्ष 2021-22 में ग्रीष्मकालीन धान एवं अन्य रबी फसल के लिए जल प्रदाय नहीं किया जाएगा। जिला जल उपयोगिता समिति के सचिव एवं कार्यपालन अभियंता जल प्रबंध संभाग रुद्री एके पलाडिय़ा ने बताया कि महानदी परियोजना के अंतर्गत रविशंकर सागर बांध गंगरेल में 23.16 टीएमसी, मुरूम सिल्ली बांध में 2.52, दुधावा बांध में 2 टीएमसी एवं सोंढूरबांध में 2.13 टीएमसी कुल 29.1 टीएमसी जल उपलब्ध है। बता दे कि खरीफ वर्ष 30 जून 2022 तक लगभग 2 लाख 94 हजार 543 हेक्टेयर क्षेत्र के लिए कुल 31.59 टीएमसी पानी की आवश्यकता रहेगी। जिसके विरुद्ध 27.68 टीएमसी पानी जलाशयों में उपलब्ध है।
चारों जलाशयों सोंढूर, दुधावा, मरूम सिल्ली एवं रविशंकर जलाशय में पर्याप्त जलभराव नहीं होने के कारण ग्रीष्म ऋतु के लिए रबी फसल धान एवं अन्य फसलों के लिए पानी दिया जाना संभव नहीं है। सोंढूर जलाशय की नहर में दो फाल का निर्माण किया जाना है तथा तीनों जलाशयों दुधावा , मुरुम सल्ली और रविशंकर सागर प्रयोग जलाशय में कुल 27.68 टीएमसी उपलब्ध है। जबकि रायपुर , धमतरी और अन्य शहरों के लिए पेयजल, भिलाई इस्पात संयंत्र, निस्तारी (धमतरी, बालोद, रायपुर एवं भाटापारा बलौदा बाजार के नहर सिंचाई क्षेत्र में) , महानदी के किनारे बसे गांव में त्योहारों एवं अन्य प्रयोजनों के लिए है।
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