चंद्रपुर, औरंगाबाद और सातारा में धारा 144 लागू, अमरावती में कर्फ्यू में ढील, पूर्व राज्यमंत्री सहित बीजेपी के 10 नेता गिरफ्तार..

17 नवंबर (वेदांत समाचार)। बांग्लादेश में मंदिरों को नुकसान पहुंचाए जाने और हिंदुओं पर हुए हमलों के विरोध में त्रिपुरा में विरोध प्रदर्शन किया गया. इस बीच यह अफवाह फैलाई गई कि वहां मस्जिदें जलाई गई हैं. इसका असर महाराष्ट्र के नांदेड़, मालेगांव, अमरावती जैसे जिलों में भड़की हिंसक घटनाओं में दिखाई दिया. इसके विरोध में बीजेपी ने शनिवार को अमरावती बंद का आह्वान किया. अमरावती बंद के दौरान भी हिंसा हुई. इन घटनाओं को ध्यान में रखते हुए और किसी संभावित हिंसा की आशंका को देखते हुए महाराष्ट्र के चंद्रपुर, सातारा और औरंगाबाद में धारा 144 लगा दी गई है.चंद्रपुर में 30 नवंबर तक और सातारा में 22 नवंबर तक धारा 144 लागू की गई है. इस दौरान  किसी भी तरह की सभा करने और मोर्चा निकालने पर पाबंदी लगाई गई है. अकोला में भी आज से रात का कर्फ्यू लगा दिया गया है. शाम सात बजे से सुबह छह बजे तक का कर्फ्यू लगाया गया है. 4 से ज्यादा लोग एक जगह पर जमा नहीं हो सकेंगे.

अमरावती में भी कर्फ्यू को शनिवार तक के लिए बढ़ा दिया गया है. लेकिन जरूरी सामानों को लेने के लिए दोपहर 12 बजे से शाम 4 बजे तक ढील दी गई है. इंटरनेट सेवा भी आज (17 नवंबर, बुधवार) तक के लिए बंद रखी गई है. बीजेपी इसका विरोध कर रही है. इसी के तहत आज पूर्व राज्यमंत्री और विधायक प्रवीण पोटे सहित बीजेपी के 10 नेता और कार्यकर्ता गिरफ्तार हुए.

अमरावती हिंसा मामले में प्रवीण पोटे सहित बीजेपी के 10 नेता गिरफ्तार

गिरफ्तारी देने से पहले प्रवीण पोटे ने मीडिया से बात करते हुए कहा, ‘विद्यार्थियों की परीक्षाएं सर पर हैं. ऐसे वक़्त में अमरावती में इंटरनेट बंद है. कर्फ्यू लगा हुआ है. यह कोई कश्मीर नहीं है.’

सत्ताधारी महाविकास आघाडी सरकार के नेताओं ने अमरावती बंद के दौरान हुई हिंसा के लिए बीजपी और बजरंगदल जैसे संगठनों को जिम्मेदार ठहराया है. पुलिस ने इससे पहले पूर्व कृषि मंत्री अनिल बोंडे सहित कुछ बीजेपी नेताओं और कार्यकर्ताओं को अरेस्ट किया था. इसके बाद उन्हें जमानत मिल गई थी. अमरावती बंद का आह्वान करने वालों में प्रवीण पोटे भी थे. उन्होंने आज अमरावती सिटी पुलिस के सामने अपनी गिरफ्तारी दी.

‘हिंदुओं ने सिर्फ तीलियां दिखाई हैं, अगर जलाई तो हिंदुस्तान जल उठेगा’

इस दौरान प्रवीण पोटे ने कहा, ‘हिंदुओं को चिढ़ाओ मत. हिंदुओंं ने सिर्फ माचिस की तीलियां दिखाई हैं. जलाई नहीं हैं. अगर जला दीं तो पूरा हिंदुस्तान जल उठेगा. खास कर मैं कांग्रेस और एनसीपी से कहता हूं कि हिंदुओं को चिढ़ाओ मत वरना तुम्हारा कुछ भी नहीं बचेगा.’

आगे बीजेपी नेता ने कहा कि, ‘हिंदुओं के घर जाओ तो सांप मारने के लिए लाठी भी नहीं मिलती. लेकिन उस दिन सभी हिंदू व्यापारी खुद रास्तों पर आए थे. अमरावती जिले में पहली बार ऐसा बंद दिखाई दिया. रज़ा अकादमी पर प्रतिबंध नहीं लगाया गया तो ये शुरू रहेगा.’