यूपी 17 नवंबर (वेदांत समाचार)। उत्तर प्रदेश के कासगंज में नाबालिग लड़की को अगवा करने के आरोपी अल्ताफ की हिरासत में मौत के बाद तमाम राजनितिक दलों के साथ-साथ कई समाजिक संगठन भी सामने आ रहे हैं. मामले में अखंड आर्यावर्त निर्माण संघ ने इसे लव जेहाद और धार्मांतरणका मामला बताया है.
आर्यावर्त निर्माण संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष भूपेश शर्मा ने मंगलवार को एक प्रेसवार्ता आयोजित कर कहा कि कासगंज का अल्ताफ प्रकरण पूरी तरह फर्जी है. नाबालिग के पिता से बातचीत हुई है और बरामद होने के बाद नाबालिग लड़की ने भी इस बात की पुष्टि परिजनों से की है कि उसे धर्मांतरण के लिए अगवा किया गया.
सजा के डर से की आत्महत्या
भूपेश शर्मा ने कहा कि लड़की को नशीला पदार्थ खिलाकर उसको बरगलाकर धार्मांतरण करने की पूरी साजिश थी. अल्ताफ ने लड़की को भगा ले जाने में अपने दोस्त का सहयोग लिया और लड़की भगा ले गया था. उसमें ये पकड़ा गया जिसमें इसके खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ. पुलिस ने अल्ताफ को पकड़कर पूछताछ शुरू की. उसने सजा के डर से आत्महत्या कर ली. यह पूरा प्रकरण लव जिहाद और धर्मांतरण से जुड़ा है. विपक्ष बेवजह राजनीति कर इसे हत्या बता रहा है.
क्या है पूरा मामला?
दरअसल कासगंज की सदर कोतवाली में 9 नवंबर को युवक की संदिग्ध हालातों में मौत हो गई थी. युवक पुलिस की हिरासत में था और एक लड़की को भगाने के आरोप में उससे पूछताछ की जा रही थी. पुलिस ने युवक की मौत को आत्महत्या बताया है. वहीं मृतक के परिजनों का कहना है कि ये आत्महत्या नहीं बल्कि हत्या है. अल्ताफ के पिता चांद मिया का कहना है, मैंने सोमवार की शाम अपने बेटे को पुलिस के हवाले किया था. 24 घंटे भी नहीं बीते कि मुझे बताया गया कि उसने आत्महत्या कर ली.
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