उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में 10 दिन पहले हुई हत्या की गुत्थी एक कुत्ते ने सुलझा दी. दरअसल 10 दिन यानि दीपावली की रात से ही मनोहर नाम का व्यक्ति लापता था. अब 10 दिन बाद जब कुत्ते को शव की गंध मिली तो उसने मिट्टी खोदकर शव को बाहर निकाला, तब जाकर ये पूरा मामला सुलझा है. दरअसल हत्या करने वालों ने उसे दीपावली की रात मार कर जमीन में दफना दिया था. रविवार को कुत्तों ने शव को मिट्टी से बाहर निकाल लिया जिससे हत्या की कहानी सामने आ गई. इस मामले में पुलिस ने तीन युवकों को पकड़ा है.
ग्रामसभा रघुनाथपुर के टोला भगतपुरवा के पास रविवार को एक खेत में एक शव मिला. इस शव का कुछ हिस्सा जब कुत्तों ने खोदकर बाहर निकाला तब ही सभी को जानकारी लगी की यहां खेत में किसी व्यक्ति का शव दफनाया गया है. युवक की पहचान ग्रामसभा रघुनाथपुर स्थित ईंट-भट्ठे पर काम करने वाले मनोहर उरांव के रूप में हुई है. झारखंड निवासी मनोहर 10 दिनों से लापता था. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.
दूसरे कर्मचारी को बचाना पड़ गया मनोहर को भारी
जानकारी के अनुसार, झारखंड निवासी मनोहर मौसेरे भाई ओमप्रकाश के साथ रघुनाथपुर के एक ईंट भट्ठे पर 27 अक्टूबर को काम करने आया था. चार नवंबर की शाम दूसरे ईंट-भट्ठे के कर्मचारी राजेश और कार्तिक उर्फ रोहित मनोहर के भट्ठे पर काम कर रहे एक मजदूर को बकाया रुपये न देने पर अपने साथ ले जाने लगे. मनोहर ने इसका विरोध किया तो उन लोगों से मारपीट हो गई. जिसके बाद भट्ठे के मैनेजर ने मामला शांत कराया. तभी उसी रात मनोहर किसी दूसरे भट्ठे पर घूमने गया था. उसी दौरान वो लापता हो गया. जिसके बाद से लगातार मनोहर को ढूंढा जा रहा था.
रविवार को सरहरी चौकी क्षेत्र के रघुनाथपुर टोला भगतपुरवा के पूरब सुदामा के खेत में दफनाए गए शव को कुत्तों ने खोदकर बाहर निकाल दिया. सूचना पर पहुंचे भट्ठे मालिक और चचेरे भाई ने शव की पहचान मनोहर के रूप में की. इस मामले में पुलिस ने दो संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है.
पुलिस मामले को सुलझाने में लगी
गुलरिहा पुलिस ने ईंट भट्ठा मालिक पूर्व प्रधान ओमशरण यादव से बातचीत कर घटना की जानकारी ली. वहीं अब पुलिस मोबाइल नंबर लेकर कॉल डिटेल के जरिए गुत्थी सुलझाने में जुट गई है.
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