बीएसपी में चुनाव कराने यूनियन से मांगी सदस्यों की जानकारी..

भिलाई 12 नवंबर (वेदांत समाचार)। भिलाई इस्पात संयंत्र में मान्यता प्राप्त यूनियन के चुनाव के लिए प्रारंभिक प्रक्रिया शुरू हो गई है। केंद्रीय सहायक श्रमायुक्त ने बीएसपी व यूनियनों से सहमति पत्र के साथ लगभग आठ बिंदुओं पर जानकारी भी मांगी है। इसमें यूनियन का बायलाज, सदस्य संख्या एवं एफिलेशन के दस्तावेज भी मांगे हैं। कुछ यूनियनों ने बीएसपी आईआर विभाग को जानकारी बतौर सहमति पत्र के साथ दे भी दिया है।

भिलाई इस्पात संयंत्र में औद्योगिक विवाद अधिनियम 1948 के तहत दो साल के कार्यकाल के लिए मान्यता प्राप्त यूनियन का चुनाव दो अगस्त 2019 को हुआ था। चुनाव में इंटक ने सबसे ज्यादा 31.4 फीसद वोट लेकर कर मान्यता हासिल की थी। इंटक को केंद्रीय इस्पात मंत्रालय से मान्यता के दस्तावेज 10 अक्टूबर को मिला था, इस आधार पर इंटक का कार्यकाल बीते नौ अक्टूबर को समाप्त हो गया हैँ इसके बाद से कर्मचारी सवाल कर रहे हैं कि प्रबंधन, कर्मचारियों की समस्याओं को लेकर किससे चर्चा करेगा। वहीं चुनाव कब कराए जाएंगे, इसे लेकर भी संशय की स्थिति बनी हुई थी। इन सब के बीच यूनियनों ने भी जल्द चुनाव कराने की मांग को लेकर बीएसपी प्रबंधन एवं सहायक श्रमायुक्त, केंद्रीय को पत्र भेजा था।

यूनियन द्वारा मान्यता चुनाव को लेकर बनाए जा रहे दबाव के बीच केंद्रीय सहायक श्रमायुक्त कार्यालय ने भी पहल की। जानकारी के अनुसार सहायक श्रमायुक्त द्वारा बीएसपी के औद्योगिक संबध विभाग (आइआर) एवं उक्त विभाग के माध्यम से कर्मचारी यूनियनों को पत्र भेजा है। इसमें चुनाव के लिए प्रबंधन से सक्रिय यूनियनों सहित आवश्यक तैयारियां आदि की जानकारी मांगी है।

सहायक श्रमायुक्त ने बीएसपी में सक्रिय सभी यूनियन से उनका पंजीयन, यूनियन का नाम, सदस्यों की संख्या, आडिट की कापी, बायलाज, राष्ट्रीय ट्रेड यूनियन से यदि एफिलेशन है तो उसके दस्तावेज मांगे हैं। जानकारी के अनुसार इंटक एवं एचएमएस ने सभी आवश्यक जानकारी उपलब्ध भी कर दी है। वहीं अन्य यूनियन भी इसके लिए प्रक्रिया पूरी कर रहे हैं। वे भी एक दो दिनों में जानकारी उपलब्ध करा देंगे।

सहायक श्रमायुक्त ने यूनियन मान्यता चुनाव के की प्रक्रिया सीक्रेट बैलेट पेपर से कराने की जानकारी देते हुए यह भी पूछा है कि क्या यूनियन इसके लिए राजी हैं ना। जानकारी के अनुसार बैलेट पेपर के माध्यम से ही चुनाव होते आया है। यह सहमति लेने की औपचारिकता ही रहती है।

बीएसपी में आईडी एक्ट लागू होने के बाद से तीन बार चुनाव हो चुका है। जानकारी के अनुसार वर्तमान में जो प्रांरभिक प्रक्रिया शुरू की गई है उसके तहत प्रबंधन और कर्मचारी यूनियन का सहमति पत्र के आधार पर केंद्रीय श्रम मंत्रालय को पत्र भेजकर चुनाव की अनुमित मांगी जाएगी। वहां से पत्र आने के बाद सारे दस्तावजों का वेरिफिकेशन होगा। इसके बाद प्रबंधन व यूनियन की बैठक सहायक श्रमायुक्त लेंगे। इसके बाद ही चुनाव की तिथि तय होगी। इसमें कम से कम छह माह का समय लगेगा।

सहायक श्रमायुक्त के अनुसार बीएसपी से पहले एनएसपीएसल और बीएसपी के तीनों मांइस में यूनियन मान्यता चुनाव होगा। एनएसपीएसल और बीएसपी के तीनों मांइस में मान्यता की अवधि समाप्त हुए दो साल से भी अधिक का समय गुजर गया है।