कोरबा : रेत घाट संचालक शासन को पहुंचा रहा राजस्व क्षति, बिना रॉयल्टी हो रहा रेत परिवहन

कोरबा 11 नवम्बर (वेदांत समाचार)।रेत घाट ठेकेदारों व अधिकारियों के अवैध कमाई का जरिया बन चुका है। पाली अनुविभाग के पोंडी लब्दापारा रेत घाट से संचालक द्वारा बिना रॉयल्टी पर्ची के रेत की बिक्री कर शासन को राजस्व क्षति पहुंचाई जा रही है। दीपका तहसीलदार ने पोंडी लब्दापारा से बिना रॉयल्टी पर्ची के अवैद्यानिक तरीके से रेत परिवहन कर रहे 3 सोल्ड ट्रैक्टर को जब्त कर दीपका पुलिस के सुपुर्द कर दिया है। जल्द ही सम्बन्धितों पर बड़ी कार्रवाई होगी।

जिले में संचालित रेत घाटों में संचालकों के द्वारा जिला प्रशासन के नियम शर्तों की धज्जियां उड़ाकर मनमाने तरीके से रेत घाट का संचालन किया जा रहा है। न केवल अवैध तरीके से स्वीकृत स्थल से अन्य जगहों से रेत का उत्खनन किया जा रहा है वरन बिना रॉयल्टी पर्ची के मनमाने तरीके से पैसा वसूल कर घाटों का संचालन किया जा रहा है।पाली ब्लाक के पोंडी के लब्दापारा में रेत घाट के संचालन की उत्खनिका पट्टा का दुरुपयोग कर ठेकेदार द्वारा स्वीकृत स्थान खसरा नम्बर के अलावा पूरे ब्लाक के नदी से रेत उत्खनन कर बिना रॉयल्टी पर्ची के रेत की बिक्री कर रहा है। ठेकेदार ने अघोषित रूप से कई ग्राम पंचायतों के नदी पर कब्जा जमा लिया है। और बिना पंचायत के प्रस्ताव ,प्रशासन के रेत उत्खनन की अनुमति के गौण खनिज का दोहन कर रहा है। भाटिया फर्म को पोंडी के लब्दापारा में रेत घाट आबंटित हुआ है।जिनके लिए नियम कानून कोई मायने नहीं रखते। गत वर्ष भी ठेकेदार कई पुल के पिल्लर के पास से अवैद्यानिक तरीके से रेत उत्खनन कर करोड़ों के पुल के बेस को कमजोर कर चुका है।बुधवार को नायब तहसीलदार दीपका वीरेन्द्र श्रीवास्तव ने ग्राम तिवरता नुनेरा के पास अवैद्यानिक तरीके से रेत परिवहन करते 3 सोल्ड ट्रैक्टर जब्त किया है। ट्रेक्टर चालक नुनेरा निवासी प्रवीण सिंह सिन्द्राम 25 दिन से तो अमोलदास ने एक सप्ताह से बिना रॉयल्टी पर्ची के रेत परिवहन करना स्वीकार किया। ट्रेक्टर रविसाहू एवं जितेंद्र का होना स्वीकार किया। नायब तहसीलदार वीरेन्द्र श्रीवास्तव ने सभी ट्रैक्टर जब्त कर दीपका पुलिस के सुपुर्द कर दिया है। प्रकरण में शीघ्र आगामी कार्रवाई की जाएगी।

यहाँ से भी हो रही रेत चोरी

इसी तरह ,ग्राम पंचायत बांगों ,ग्राम कसरेंगा ,ग्राम पंचायत दुल्लापुर ,ग्राम पंचायत घमोटा धनरास ,तरदा,भैसामुडा ,बैरा, बगदर सहित अन्य रेत घाट से भी स्वीकृत स्थल से बाहर अवैध उत्खनन की शिकायतें समय समय पर आती रही हैं। यहाँ भी मनमाने तरीके से लोगों से रेतशुल्क वसूला जा रहा है।

दोगुना से अधिक शुल्क वसूल रहे

यहां बताना होगा कि जिले में जिले में संचालित रेत खदान के अधिकांश संचालकों के द्वारा अपने हिसाब से प्रति ट्रैक्टर (3 घन मीटर) 1000 रुपए के दर से वसूला जा रहा है जबकि शासन के दर अनुसार 491 रुपए प्रति ट्रैक्टर 3 घन मीटर रेत लोड कर वाहन मालिक को देना है जिसके विपरीत कार्य किया जा रहा है। यही नहीं बिना रायल्टी 500 रुपए लेकर गाड़ियों को रेत खदान से छोड़ा जा रहा है। इससे सरकार को राजस्व का भारी नुकसान हो रहा है, साथ ही साथ मकान, दुकान (निर्माण) कार्य कराने वाले आम लोगों को 2000 से 2500 रुपये प्रति ट्रैक्टर की दर पर रेत मिल रही है, जिसकी वजह से आम व गरीब लोगों को अपना आशियाना बनाने में काफी दिक्कत हो रही है।

पूर्व गृहमंत्री ने खनिज विभाग को लिया था निशाने पर बोले थे अवैध कमाई का जरिया बन गया रेत घाट

पूर्व गृहमंत्री रामपुर विधायक ननकीराम कंवर ने भी जिले में अवैध रेत उत्खनन पर खनिज विभाग को आड़े हाथों लेते हुए विगत दिवस भाजपा कार्यालय में कहा था कि अपराध सरकार व अफसरों के अवैध कमाई का जरिया बन गया है। खनिज विभाग के प्रश्रय पर रेत चोरी हो रही है। जो कमीशन नहीं देते उन पर कार्रवाई होती है। पूरा रेत खदान चोरों के हवाले कर दिया जाता है।

वर्जन

जब्ती की कार्रवाई की है

3 सोल्ड ट्रेक्टरों के माध्यम से बिना रॉयल्टी पर्ची के अवैद्यानिक तरीके से रेत परिवहन किया जा रहा था। चालकों ने पोड़ी लब्दापारा रेत घाट से बिना रॉयल्टी पर्ची के रेत लिया जाना स्वीकार किया है। नियमानुसार जब्ती की कार्रवाई कर पुलिस के सुपुर्द कर दिया है।

वीरेंद्र श्रीवास्तव

नायब तहसीलदार दीपका