तमिलनाडु में भारी बारिश का कहर, 45 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल सकती है हवा-लोगों को घर में रहने की सलाह…

11 नवंबर (वेदांत समाचार)। बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना हवा का दबाव आज शाम उत्तरी तमिलनाडु और दक्षिण आंध्र प्रदेश के बीच के तट को पार करेगा और शहर में 45 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से तेज हवाएं चलेंगी. मौसम कार्यालय ने गुरुवार को यह जानकारी दी. मौसम विज्ञान उप महानिदेशक एस बालचंद्रन ने बताया कि चेन्नई, कांचीपुरम और विल्पुरम सहित उत्तरी तमिलनाडु के जिलों में भारी वर्षा होने का अनुमान है, जबकि शहर और इसके उपनगरों में पूरी रात तेज बारिश हुई.

भारत मौसम विज्ञान विभाग के एक बुलेटिन में कहा गया है कि दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी पर बना दबाव पिछले छह घंटों के दौरान 21 किमी प्रति घंटे की गति के साथ पश्चिम / उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ा और  गुरुवार को सुबह साढ़े पांच बजे दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी, चेन्नई से लगभग 170 किमी पूर्व-दक्षिण पूर्व और पुडुचेरी से 170 किमी पूर्व में केंद्रित था. वहीं चेन्नई के कोडंबक्कम इलाके में पेड़ों की कटाई का काम चल रहा है, जबकि शहर में बारिश का कहर जारी है.

स्थिति पर लगातार रखी जा रही नजर

बुलेटिन के अनुसार, आज शाम तक इसके पश्चिम / उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने और चेन्नई के आसपास उत्तर तमिलनाडु और उससे सटे दक्षिण आंध्र प्रदेश के तटों को पार करने की बहुत संभावना है.बालचंद्रन ने पत्रकारों से कहा कि इसके परिणामस्वरूप चेन्नई में 40-45 किमी की रफ्तार से ”मजबूत सतही हवाएं” चलेंगी. उन्होंने कहा कि लोगों को अनावश्यक रूप से बाहर नहीं निकलना चाहिए.नए आंकड़ों का हवाला देते हुए, उन्होंने कहा कि तांबरम (चेंगलपेट डीटी) में 232.9 मिमी, उसके बाद चोलावरम (220 मिमी) और एन्नोर में 205 मिमी बारिश हुई है. एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है.

बता दें उत्तरी चेन्नई के पेरंबूर बैरक रोड पर सीवेज के साथ बारिश का पानी 35 वर्षीय अमुलु दिहाड़ी मजदूर की झोपड़ी में घुस गया है, जिससे उसके लिए सोने के लिए भी जगह ढूंढना मुश्किल हो गया है. पिछले 4 दिन से उसे बहुत परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.अमुलु ने इस संबंध में कहा, बदबू के अलावा, मेरे पूरे घर में जोंक और सेंटीपीड तैर रहे हैं.

खाने या सोने के लिए कोई जगह नहीं है. दूसरों की तरह, मैं अब एक हफ्ते से काम पर नहीं गया, और मेरे पास खाना खरीदने के लिए पैसे नहीं बचे हैं.’अमुलू ने आगे कहा कि निगम के किसी भी अधिकारी ने उनके क्षेत्र का दौरा नहीं किया और राहत के उपाय नहीं किए. ‘निगम या किसी अन्य पार्टी से कोई भी हमारी मदद के लिए नहीं आया है. हमारे पास जाने वाला कोई नहीं है. हम असहाय हैं उनमें से कुछ को पास के चर्च से खाना मिल रहा है.” वहीं रिपोर्टों के अनुसार, भारी जलभराव के कारण थिरु वी का नगर (जोन 6) में करीब 35,000-40,000 निवासी प्रभावित हुए हैं. लोगों को आने-जाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. वहीं वाहनों के खराब होने के बाद दोपहिया सवार अपनी बाइक को पानी की चादर में धकेलते देखे गए.

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