केंद्रीय खाद्य मंत्री से मिलने दिल्ली पहुंचे अमरजीत भगत…

रायपुर 11 नवंबर (वेदांत समाचार)। प्रदेश में धान खरीदी की तैयारी के बीच खाद्य मंत्री अमरजीत भगत अफसरों के साथ बुधवार की रात दिल्ली पहुंच गए हैं। हालांकि केंद्रीय मंत्री पियूष गोयल के साथ उनकी मुलाकात का समय अभी तय नहीं है। दो दिन पहले भगत ने गोयल को पत्र लिखकर 10-11 तारीख को मिलने का समय देने का आग्रह किया था, लेकिन इसका जवाब नहीं आया है। बुधवार को दिल्ली रवाना होने से पहले भगत ने कहा कि गुरुवार को मुलाकात नहीं हुई तो वहीं रुककर इंतजार करुंग|

खाद्य मंत्री भगत ने मीडिया के साथ बातचीत करते हुए कहा कि राज्य सरकार प्रदेश के किसानों से धान खरीदने के लिए संकल्पित है। हमें केंद्र सरकार से केवल सामान्य सहयोग चाहिए। मेरी राय में इस सामान्य सहयोगों को करने में केंद्र सरकार को कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन पता नहीं क्यों परेशानी खड़ी की जा रही है। मैं दिल्ली में केंद्रीय मंत्री से मिलकर राज्य सरकार का पक्ष रखूंगा।

बता दें कि केंद्र सरकार ने इस वर्ष राज्य से 61.65 लाख टन चावल लेने की सहमति दी है। साथ ही यह शर्त जोड़ दी है कि इस बार केवल अरवा चावल ही लिया जाएगा। केंद्र सरकार के इस फैसले ने राज्य सरकार का संकट बढ़ा दिया है। वजह यह है कि राज्य की 416 उसना राइस मिलों पर बंद होने का खतरा मंडराने लगेगा। साथ ही राज्य सरकार को भी धान का निराकरण करने में देर होगी।

इन विषयों पर केंद्रीय मंत्री से चर्चा करने की है योजना

खाद्य मंत्री भगत धान खरीदी के लिए केंद्र सरकार द्वारा निर्धारित संख्या के अनुरूप नियमित रूप से बारदाने की सप्लाई करने का अनुरोध करेंगे। खरीफ वर्ष 2020-21 के बचत नए जूट बारदाने में धान खरीदी और चावल उपार्जन की व्यवस्था सहित समितियों को दी जाने वाली कमीशन की राशि में वृद्धि की मांग भी रखेंगे। साथ ही कस्टम मिलिंग चावल जमा करने की समय-सीमा में वृद्धि, लंबित खाद्य सब्सिडी की प्रतिपूर्ति, पुराने बारदानों का उपयोगिता शुल्क, परिवहन शुल्क का निर्धारण सहित अन्य मुद्दों पर चर्चा करेंगे।