आतिशबाजी चलाते समय पानी रखें पास, झुलस जाएं ताे ये करें उपाय

ग्वालियर । दीपावली पर सभी लाेग जमकर आतिशबाजी चलाते हैं। इस दाैरान हादसे की भी आशंका रहती है। ऐसे में जरूरी है कि आप आतिशबाजी चलाते समय कुछ जरूरी सावधानी जरूरी बरतें। जिससे यदि काेई भी दुर्घटना हाे ताे समय रहते उसका इलाज किया जा सके। हालांकि अस्पतालाें में भी स्टाफ काे अलर्ट माेड पर रहने के निर्देश दिए गए हैं, जिससे काेई भी इमरजेंसी हाेने पर मरीजाें काे तुरंत उपचार दिया जा सके।

दीपावली के त्योहार पर जिला अस्पताल और जयारोग्य अस्पताल में स्वास्थ्य सुविधाओं का अलर्ट मोड पर रखा गया है। इन दोंनो ही अस्पतालों में इमजेंसी में तत्काल उपचार उपलब्ध कराने के लिए बेड की उपलब्धता सुनश्चित की गई है। इसके साथ ही दाेनाे ही अस्पताल में डाक्टराें की ड्यूटी पहले से ही लगा दी गई है, जो दाेनाें शिफ्टाें में माैजूद रहेंगे। दीपावली के त्योहार पर पटाखों और आग से जलने के कारण मरीज अस्पताल में पहुंचते है। अस्पताल प्रबंधन ने नेत्ररोग विभाग, प्लास्टिक सर्जन, आर्थोपेडिक सर्जन की 24 घंटे आन काल ड्यूटी लगाई है। इधर जिला अस्पताल में आरएमओ डा अलोक पुरोहित का कहना है कि डाक्टरों की त्योहार पर ड्यूटी लगाई गई है। जिससे असमय कोई मरीज पहुंचता है तो उसे इलाज मिल सके।

त्योहार पर रखें सावधानी

जयारोग्य अस्पताल के प्लास्टिक सर्जन डा मुकेश नरवरिया का कहना है कि त्योहार पर पटाखे सावधानी से चलाएं और बच्चों को पटाखों से दूर ही रखें। यदि पटाखे चलाते समय जल जाते हैं या फिर आग से झुलसते हैं तो शरीर के जले हुए स्थान को तत्काल सादा पानी में डुबाए रखें और इलाज लें। आमतौर पर लोग जलने वाले स्थान पर कालगेट पेस्ट, मिट्टी या राख लगा देते हैं, लेकिन ऐसा न करें, क्योंकि इससे संक्रमण फैलने का खतरा रहता है। यदि कोई बच्चा 15 फीसद या व्यस्क व्यक्ति 25 फीसद जलता है तो वह जानलेवा हाे सकता है। इसलिए उसे तत्काल अस्पताल पहुंचाएं और विशेषज्ञ डाक्टर से इलाज लें।

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