लखन गोस्वामी
कोरबा 2 नवम्बर ( वेदांत समाचार )। छत्तीसगढ़ प्रदेश सहित कोरबा जिले के आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिकाओं के द्वारा राज्य स्थापना दिवस 1 नवंबर को अपने-अपने जिले में धरना प्रदर्शन कर राज्योत्सव मनाया गया।
छत्तीसगढ़ आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका संघ के प्रान्तीय आह्वान पर 8 सूत्रीय लंबित मांगों में मुख्य रूप से चुनावी घोषणा पत्र के वायदे पूरा करने, केन्द्र और राज्य सरकार से जीने लायक वेतन देने को लेकर यह प्रदर्शन किया गया। पूर्व घोषित कार्यक्रम के अनुसार 1 नवंबर को जिला स्तरीय धरना घंटाघर चौक में दिया गया। संघ की जिला अध्यक्ष वीणा साहू और सचिव लीला धैर्य ने बताया कि धरना प्रात: 11 बजे से घंटाघर चौक में प्रारंभ हुआ। शांति पूर्वक धरना प्रदर्शन उपरांत मांगों की पूर्ति हेतु ज्ञापन सौंपा गया। इन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ राज्य गठन हुए 21 वर्ष हो रहा है किन्तु आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका आज भी जीने लायक वेतन की गुहार लगा रही हंै।
संघ की जिला अध्यक्ष वीणा साहू ने कहा कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिका बच्चों की शिक्षा से लेकर माताओं के बच्चों और हितग्राहियों की सुविधाओं का ध्यान रखते हैं। अन्य विभाग द्वारा सौंपे जाने वाले सभी कार्य भी करते हैं। शासन द्वारा समाज की उन महिलाओं की भर्ती इस विभाग में की जाती है जो गरीबी रेखा में आते हैं, विधवा, परित्यक्ता व तलाकशुदा को प्राथमिकता दी जाती है और ऐसे ही लोग काम करने के एवज में बढ़ती महंगाई के दौर में कम मानदेय प्राप्त कर रहे हैं, जिससे जीवन निर्वाह कर पाना कष्टप्रद है। शासन से मांग की गई है कि केबिनेट की बैठक में मांगों पर गंभीरतापूर्वक ध्यान दिया जाए ताकि आंगनबाड़ी कर्मियों का भी जीवन स्तर ऊंचा उठ सके। संघ ने केंद्र और राज्य सरकार से अपेक्षा जताई है कि अन्य विभागों के कर्मचारियों को दी जा रही सौगातों की तरह आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिकाओं के भी वेतन वृद्धि सहित लंबित मांगों का निराकरण किया जाए।
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