बिलासपुर 1 नवम्बर ( वेदांत समाचार ) दीपावली पर्व के मद्देनजर जंगल की सुरक्षा को लेकर वन विभाग सख्ती बरत रहा है। वनमंडलाधिकारी जहां हर रेंज में जाकर बैठक ले रहे हैं। वहीं निर्देशन भी दे रहे हैं बिना अनुमति कोई वन रक्षक मुख्यालय नहीं छोड़ेगा। इसके अलावा रात्रिकालीन गश्त भी करेंगे। लिम्हा से सागौन तस्करी का मामला सामने आने के बाद विभाग और सतर्क हो गया। इसी त्योहार के दौरान जंगल में सबसे ज्यादा अवैध कटाई होती है। तस्कर त्योहारी सीजन का फायदा उठाकर जंगल में घुसते हैं और कटाई के बाद वनोपज का बेखौफ परिवहन करते हैं।
वन अमला भी त्योहार के कारण शाम होते ही मुख्यालय छोड़कर घर चला जाता है। यह हमेशा से होता आ रहा है। पर इस बार मुख्यालय से गायब होना महंगा पड़ सकता है। वनमंडलाधिकारी कुमार निशांत ने स्पष्ट आदेश हैं कि कोई भी बिना अनुमति मुख्यालय से नहीं जाएगा। वे खुद औचक जांच करेंगे। यदि एक भी कर्मचारी अनुपस्थित मिला तो उसके खिलाफ विभागीय कार्रवाई होगी।
इसके साथ- साथ वन परिक्षेत्र अधिकारियों को भी मानिटरिंग करने के लिए कहा गया है। जाहिर है कि मुख्यालय न छोड़ने का आदेश उन पर लागू होगा। रात्रिकालीन गश्त करने के साथ रिपोर्ट भी देने के लिए कहा गया है। पिछले दिनों गश्त के कारण ही बोलेरा समेत एक लाख के सागौन गोले बरामद किए गए थे।
मामले में तीन आरोपितों को भी गिरफ्तार किया गया। इस घटना के बाद विभाग का मानना है कि तस्करी रात में ही होती है। अमला चौकन्ना रहेगा तो आगे भी इसी तरह की सफलता मिलेगी। इसके साथ तस्करों में भी विभाग का खौफ रहेगा। जंगल के अंदर नियमित सर्चिंग करने के लिए उन्होंने लिखित में आदेश जारी किया है।
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