बड़ी खबर : पंचायत सचिव ने की आत्महत्या, न्यायिक जांच के साथ 50 लाख मुआवजे की मांग

GPM। जिले में घोटाले के आरोपी पंचायत सचिव (Panchayat Secretary) ने तनाव में आकर फांसी लगाकर आत्महत्या (suicide) कर लिया है। मृतक के ऊपर 14 एवं 15वें वित्त की राशि में हेरा-फेरी के आरोप लगे थे जिसकी जांच चल रही थी।

मिली जानकारी के अनुसार फर्जी आहरण को लेकर लगातार हो रही जांच से परेशान ग्राम पंचायत मालाडांड एवं डंडिया के पंचायत सचिव गुलाब सिंह तिंनगाम (Gulab Singh Tingam) ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पीड़ित परिजनों एवं सचिव संघ जिला गौरेला पेंड्रा मरवाही ने पंचनामा के बाद शव को सिवनी मरवाही मुख्य मार्ग पर रखकर मामले की न्यायिक जांच की मांग करते हुए धरने पर बैठ गए।

जनता कांग्रेस जोगी के प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी (Amit Jogi) ने भी पूरे मामले पर प्रदेश सरकार से न्यायिक जांच की मांग करते हुए 50 लाख रुपये मुआवजा सहित पीड़ित परिवार के परिजनों को अनुकंपा नियुक्ति की की मांग की। इस पर कलेक्टर नम्रता गाँधी (Collector Namrata Gandhi) के निर्देश पर एसडीएम पुष्पेंद्र शर्मा ने परिवार को अनुकंपा नियुक्ति देने और उचित मुआवजा देने का आश्वासन देकर धरना प्रदर्शन समाप्त कराया।

फर्जी लेनदेन से जुड़ा है मामला

पूरा मामला मरवाही (Marwahi) जनपद पंचायत क्षेत्र में 14 एवं 15वें वित्त की राशि में डिजिटल सिग्नेचर (Digital Signature) में हुई गड़बड़ी के बाद फर्जी आहरण से जुड़ा हुआ है। जिस पर शिकायत के बाद 10 पंचायतों में गड़बड़ी पाए जाने के बाद ग्राम पंचायत सचिवों को निलंबित कर दिया गया था। साथ ही जांच के बाद एफआईआर (FIR) करने के निर्देश दिए गए थे।

कलेक्टर के निर्देश पर चल रही इस जांच कार्रवाई में जो बात सामने आई है, उसमें सभी पंचायत सचिव के आईडी पासवर्ड की जानकारी दिए बगैर पहले से ही कुछ लोगों ने उपयोग कर 10 पंचायतों की राशि फर्जी तरीके से आहरण कर लिया और पूरा ठीकरा जिम्मेदार सचिव पर डाल दिया गया। जिसके बाद चल रही जांच में 10 सचिवों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया था। निलंबित सचिव में एक मालाडांड़ – डढ़िया पंचायत गुलाब सिंह तिंनगाम भी था। जो लगातार जांच प्रक्रिया से गुजर रहा था और अपने आप को प्रताड़ित महसूस करते हुए रविवार दोपहर घर के पास जंगल में जाकर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।

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