कोरबा : ननकीराम कंवर ने कोयला मंत्री के सामने खोली SECL के अधिकारियों की पोल, अधिकारी कर रहे गुमराह

 

कोरबा : भाजपा के वरिष्ठ आदिवासी नेता रामपुर विधायक व छत्तीसगढ़ के पूर्व गृह मंत्री ननकीराम कंवर ने केंद्रीय कोयला मंत्री प्रहलाद जोशी से मिलकर उनका पुष्प गुच्छ से स्वागत किये एवं भु विस्थापितों की समस्या से अवगत कराया।

ननकीराम कंवर ने मंत्री जोशी से कहा कि एक ओर केंद्र सरकार चाहती है कि कोयला खदानों में प्रोडक्शन हो दूसरी तरफ भुविस्थापित लोग हडताल कर मांईस बंद करा रहे है इस तरह भुविस्थापितो की मांग को मानना चाहिए जिनकी जमीन लिया गया है उन्हें नियमानुसार मुवावजा दिलाया जाये और परिवार के सदस्य को नौकरी दिलाया जाये.. ननकीराम कंवर ने तो मंत्री प्रहलाद जोशी को यहा तक कह दिया कि एस. ई. सी. एल के अफसर आपको झुठ बोलकर गुमराह करते है ननकीराम कंवर ने कहा कि एक प्रकरण रजगामार का भी है जिसमें मैंने आपको पत्र भी लिखा कि जिस भूस्वामी का भूमि से कोयला निकाला गया है और सर्फेस राईट का उपयोग करते हुये भूस्वामी के भूमि पर बिजली का खंभा व खदान के अंदर का पानी बाहर निकालने के लिए बोर खनन किया गया था उनको ना तो मुआवजा दिया जा रहा है और ना ही परिवार के सदस्यों को नौकरी दिया गया है जिसकी जांच स्वयं अनुविभागीय अधिकारी स्तर पर तहसीलदार ने स्वयं जांच किया तहसीलदार ने प्रतिवेदन दिया की एसईसीएल के द्वारा सरफेस राइट का उपयोग करते हुए. एस. ई. सी. एल रजगामार के द्वारा कोयला उत्खनन भी किया है लेकिन आपको आपके अधिकारी लोगों ने गलत जानकारी दिया कि सरफेस राइट का उपयोग नहीं किया गया है इस तरह से प्रशासन के आला अधिकारी के प्रतिवेदन को भी गलत बताकर भुविस्थापित के परिजन को नौकरी व मुआवजा देने से बचना चाह रहा है।

ननकीराम कंवर ने मंत्री जी के सामने यह कह दिया कि 15 साल हम भी मंत्री पद पर रहते हुए लोगों के लिए कार्य किया है लेकिन हमने कभी गलत नहीं किये । इतने में मंत्री जी ने सीएमडी पाण्डा को कहा कि आप तत्काल विषयों को संज्ञान में लेवे और समस्या का निराकरण करने का निर्देश दिए । ननकीराम कंवर जी जब भुविस्थापितों की समस्या से रूबरू मंत्री प्रहलाद जोशी को करा रहे थे

कलेक्टर रानू साहू ने भी की अधिकारियों की शिकायत

कोरबा कलेक्टर श्रीमती रानू साहू ने भी भू विस्थापितों को पक्ष रखते सीएमडी पांडा को मंत्री जी के सामने कहा कि जिन लोगों की जमीन ली जा रही है उन्हें एसईसीएल के द्वारा नौकरी व मुआवजा नहीं दिया जा रहा है यही वजह है कि आये दिन भुविस्थापित अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर रहते है