मड़वारानी को ट्रस्ट क्यों नहीं बनाया जा रहा है?

कोरबा, करतला 13 अक्टूबर (वेदांत समाचार)। मड़वारानी में कार्यरत सभी समितियों को भंग कर पूरे क्षेत्र को एक ट्रस्ट द्वारा संचालित करने के लिए कोरबा के अनुविभागीय दंडाधिकारी ने इश्तिहार जारी किया था और ट्रस्ट बनाने की प्रक्रिया प्रारंभ हो गई है थी लेकिन अचानक इसे रोक दिया गया यह बात लोगों की समझ से परे है ऐसी कौन सी स्थिति आ गई कि मड़वारानी में ट्रस्ट नहीं बन सकता?जबकि आस पास के सभी लोग चाहते हैं कि मड़वारानी को एक ट्रस्ट के हवाले किया जाय ताकि भाजपा और कांग्रेस अपनी राजनीति के लिए मड़वारानी देवी का इस्तेमाल न कर सकें लेकिन पता नहीं जिला प्रशासन इस मामले पर चुप्पी क्यों साध रखी है जबकि सबको पता है कि मड़वारानी क्षेत्र में जितने भी मंदिर बनाये गए हैं उनका उपयोग पूजा पाठ के लिए कम बल्कि अपने अपने ब्यवसाय के लिए अधिक किया जा रहा है किसी मंदिर पर भाजपा का कब्जा है तो किसी पर कांग्रेस का। मंदिर के निचले भाग का भी यही हाल है चुहरी क्षेत्र बरपाली पटवारी हल्का में आता है लेकिन इस पर कब्जा संण्डैल के ग्रामीणों का है मुख्य मार्ग पर स्थित मंदिर भी भाजपा नेताओं के कब्जे में है ऊपर बने एक मंदिर में भी भाजपा का कब्जा है इस तरह कांग्रेस के कब्जे में एक ही मंदिर है हालांकि सबसे अधिक आमदनी इसी मंदिर में होती है।

इस तरह मड़वारानी का पूरा क्षेत्र कांग्रेस और भाजपा के कब्जे में आ चुका है और दोनों ही दल के कमाई का जरिया बना हुआ है । मड़वारानी को ट्रस्ट नहीं बनाने के पीछे इन्हीं दोनों का वरदहस्त है और शायद जिला प्रशासन इसीलिए चुपचाप बैठकर तमाशा देख रही है लेकिन प्रशासन को मालूम होना चाहिए कि हमारा देश लोकतांत्रिक है जहां राजनीतिक दलों का शासन नहीं चलता बल्कि आम आदमी जो चाहता है शासन को उस पर अमल करना पड़ता है और आम आदमी की इच्छा है कि मड़वारानी को इन तथाकथित राजनितिज्ञों की चंगुल से छुड़ा कर देवी को बंधनमुक्त किया जाय।कैसी विडंबना है कि लोग आस्था की दीप जलाकर मड़वारानी से प्रार्थना करते हैं कि उन्हें संसार के बंधनों से मुक्ति मिले और उनका जीवन निष्कंटक हो लेकिन वही मड़वारानी आज कांग्रेस और भाजपा के बंधन में जकड़ी हुई है तथा बन्धन मुक्त होने के लिए छटपटा रही है इसलिए जिला प्रशासन को कांग्रेस अथवा भाजपा की राजनीति से परे होकर निष्पक्ष कार्यवाही करना चाहिए। मड़वारानी को शीघ्र ही ट्रस्ट घोषित कर उसकी सभीऔपचारिकताओं को पूरी करें।