अकेले कुछ नहीं किया जा सकता, टीम भावना से मिलती है सफलता

कोरबा । जिला चिकित्सालय में पदस्थ सिविल सर्जन सह मुख्य अस्पताल अधीक्षक डा अरुण तिवारी के सेवानिवृत होने पर जिला चिकित्सालय परिवार की ओर से विदाई दी गई। कार्यक्रम में डा बीबी बोर्डे मुख्य चिकित्सा व स्वास्थ्य अधिकारी ने डा तिवारी का शाल व श्रीफल से सम्मान किया।

ट्रांसपोर्ट नगर स्थित एक होटल में आयोजित कार्यक्रम में डा बोर्डे ने कहा कि डा तिवारी उन शख्सियत में से हैं जो किसी भी काम को पूरे जुनून के साथ पूरी तन्मयता के साथ करते हैं और उस काम को उसके बेहतर अंजाम तक ले जाकर छोड़ते हैं, फिर चाहे कितनी भी मुश्किलें क्यू न आ जाए। डा अरुण तिवारी ने अपने उद्बोधन में कहा कि अकेले कुछ भी नहीं किया जा सकता है, जो भी किया सबके साथ मिल कर टीम भावना से किया, बस नाम मेरा आता था।

अपने जिला अस्पताल को नेशनल लेवल तक पहचान दिला पाए, उसमें सबका योगदान हैं। उन्होंने जीवन दीप के कर्मचारियों से कहा कि जब कोरोना संकट के मुश्किल दौर से हम गुजर रहे थे तब इन कर्मचारियों ने एक सिंगल कपड़े का मास्क लगाकर मरीजों की सेवा की, इनका योगदान कभी नही भुला सकता। कार्यक्रम में डा केएल धुर्वे वर्तमान सिविल सर्जन, डा रमेश थवाईत पूर्व सिविल सर्जन, अशोक लखेरा, रवि देंवागन, ज्योति बाला, डा प्रेम प्रकाश आनन्द, रीना वर्मा, भरत जायसवाल, पंकज नायक, नीलू चौधरी, लता चंद्रा, अशोक दास, संजय मानिकपुरी, मुकेश, एसएसएनसी स्टाफ समेत सभी कर्मचारी- परिवार समेत उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन वीणा मिस्त्री ने किया।

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