बिलासपुर। शहर पहुंचे विधानसभा अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत ने सरकार के कामकाज पर कुछ भी टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है। उल्टे पत्रकारों के सवाल का जवाब देने के बजाए उन्होंने हाथ जोड़ लिए और कबीर के दोहे कबीरा खड़ा बाजार में ….ना काहू से दोस्ती ना काहू से बैर …सुनाकर मुस्कुरा दिए।
छत्तीसगढ़ विधानसभा अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत शुक्रवार को 1 दिन प्रवास पर बिलासपुर पहुंचे थे। उनके साथ उनकी धर्मपत्नी और कोरबा सांसद ज्योत्सना महंत भी साथ थीं। इस दौरान कांग्रेस नेता अशोक अग्रवाल के निवास में पत्रकारों से चर्चा करते हुए डॉक्टर महंत ने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष होने के नाते मेरे लिए कांग्रेस, बसपा, भाजपा, जोगी कांग्रेस सभी समान है। संवैधानिक पद पर होने के नाते किसी भी प्रकार की राजनीतिक सवालों का जवाब नहीं देना चाहूंगा, संभव भी नही है। उन्होंने कहा कि बिलासपुर मेरा गृह जिला रहा है। मेरे स्वजन मेरे मित्र पिता के संगी साथी सब बिलासपुर में ही है। इसलिए आना-जाना एक स्वाभाविक प्रक्रिया है।डॉक्टर महंत ने कहा कि मैं जन्म से कबीरपंथी हूं सबको मालूम है कबीर हमारे आराध्य। कबीर दास जी ने कहा है कबीरा खड़ा बाजार में सबकी मांगे खैर ना काहू से दोस्ती ना काहू से बैर। मेरे लिए भारतीय जनता पार्टी कांग्रेस पार्टी जनता कांग्रेश बहुजन समाज पार्टी और अन्य पार्टियों के विधायक समान स्थान रखते हैं।
इसलिए राजनैतिक सवाल का जवाब देना उचित नहीं समझता। आप की सरकार कैसा काम कर रही है। क्या सरकार का काम काज ठीक चल रहा है। सवाल के जवाब में डॉ चरणदास महंत ने हाथ जोड़ते हुए कहा कि इस मामले में मुझे कुछ भी नहीं करना है। उन्होंने दोहराया की बिलासपुर मेरा पुराना जिला रहा है। मेरे पिताजी के संगी साथी यही है। मेरे भी दोस्त और समर्थक बिलासपुर में है। बिलासपुर से मेरा पारिवारिक और घरेलू रिश्ता है। जाहिर सी बात है कि आना जाना बना रहता है।
इस दौरान अशोक अग्रवाल के अलावा नगर विधायक शैलेश पांडेय, तखतपुर विधायक संसदीय सचिव रश्मि आशीष सिंह, पर्यटन मंडल बोर्ड अध्यक्ष अटल श्रीवास्तव, अर्जुन तिवारी, शेखर मुदलियार, राधेभूत फिरोज कुरैशी, नगर निगम सभापति शेख नसरुद्दीन, महेश तिवारी, भारतीय जनता पार्टी नेता मुर्तजा वनक, फिरोज खान, अर्जुन सिंह, देवेंद्र सिंह बाटू, समीर अहमद बबला, संजय दुबे, अभय नारायण राय, धर्मेश शर्मा समेत दर्जनों कांग्रेसी नेता मौजूद थे।
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