जिले में फिंगर-प्रिंट प्रशिक्षण का आयोजन, पुलिस अधिकारी/कर्मचारी हुए शामिल

महासमुंद 28 सितम्बर (वेदांत समाचार) पुलिस कंट्रोल रूम महासमुंद में पुलिस अधीक्षक दिव्यांग पटेल के निर्देशन मे एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मेघा टेम्भुरकर की उपस्थिति में पुलिस मुख्यालय छत्तीसगढ़ फिंगर-प्रिंट शाखा के फिंगर-प्रिंट विशेषज्ञ राकेश नरवरे के द्वारा अंगुल-छाप प्रशिक्षण का आयोजन किया गया।

फिंगर-प्रिंट प्रशिक्षण में जिला पुलिस के पुलिस अधिकारी एवं कर्मचारी शामिल हुये । पुलिस नियंत्रण कक्ष में जिला पुलिस के अधिकारी एवं कर्मचारियों को श्री नरवरे द्वारा पाॅवर-पाईंट प्रेजेन्टेशन के माध्यम से अपराधियों के अंगुल-छाप लेने के महत्व एवं फिंगर-पिंट लेने के तरीको के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। श्री नरवरे ने प्रशिक्षण के दौरान बताया की प्रत्येक मनुष्य की अंगुल-छाप अलग होती है। मनुष्य का अंगुल-छाप स्थाई होती है और इसकी बनावट में जन्म से मृत्यु पर्यंत कोई परिवर्तन नही होता है। अपराधी के सही तरीको से लिये गये अंगुल-चिन्ह का सहेजे गये रिकार्ड, अन्य अपराधों के अन्वेषण एवं घटना स्थल पर मिले अपराधी के चांस-प्रिंट से अपराधी की खोज में मददगार साबित होते है।


घटना स्थल पर दृश्य-अदृश्य फिंगर-प्रिंट, घटना-दुर्घटना में शामिल मृत देह का फिंगर-प्रिंट बारीकी से हासिल करने के तरिको एवं फिंगर-प्रिंट के रिकार्ड का संग्रहण जैसी तकनीक का बारिकी से चित्रण एवं जल्द ही फिंगर प्रिंट के (नेफि) आधुनिक मशीन के संबंध मे बताया गया । साथ ही साथ पुलिस अधिकारी व कर्मचारियों के संदेह, सवाल का भी जवाब विशेषज्ञ श्री नरवरे के द्वारा दिया गया।


एक दिवसीय फिंगर-प्रिंट प्रशिक्षण कार्यक्रम में उप निरीक्षक हर्ष कुमार धुरंधर, अनिल पारेशर, कपिश्वर पुष्पकार, लक्ष्मीनारायण साव, मनोरथ जोशी, सउनि राजेन्द्र भोई, बिसाली राम ध्रुव, कौशल साहू, अखिल साहू, तीर्थराज गुलेन्द्र, विजय मिश्रा, शिवकुमार प्रसाद, जनक पटेल, एवं अधिकारी /कर्मचारी शामिल रहे।

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