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गेवरा:आमगांव दर्रा खांचा के निवासी खदान नजदीक आ जाने के कारण दहशत भरे जिंदगी जीने को है मजबूर

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0.यहां के निवासी अपने मकान को तोड़कर जाने को हैं लेकिन प्रबंधन अभी तक मौजा राशि नहीं दिया है जिस कारण कुछ गिने चुने लोग दर्रा खांचा में ही निवासरत है.

संवाददाता विनोद उपाध्याय/ कोरबा ,05मार्च 2025 (वेदांत समाचार)।हरदी बाजार एस ई सी एल दीपका गेवरा कोयला ओपन खदान से लगा ग्राम आमगांव दर्रा खांचा के निवासी दहशत में जीने को मजबूर हैं एस ई सीएल प्रबंधन एवं निजी संस्था कलिंगा कंपनी के द्वारा मिट्टी खनन का कार्य किया जा रहा है जो की एसईसीएल दीपका के प्रबंधक एवं निजी कंपनी से के द्वारा खदान किनारे बसे दर्राखांचा के निवासियों का अभी तक मौजा राशि नहीं बन पाया है जिस कारण खदान के किनारे बसे लोगों का जीना मुश्किल हो गया है रोजाना घर से कुछ ही दूरी पर हैवी ब्लास्टिंग की जा रही है साथ ही धुलदस्ट का गुब्बार पूरे घरों पर छा जा रहा है ऐसा लगता है कि मानो भूकंप आ गई हो और घर भर भरा कर गिर ना जाए इसलिए यहां के निवास रत दोपहर को अपने घरों से बाहर हैवी ब्लास्टिंग होने का इंतजार करते हैं तब कहीं जाकर अपने घरों पर रहते हैं इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि यहां के लोग किस तरह से जिंदगी जी रहा है जिस कारण दर्रा खांचा के निवासी बड़ी दहशत के साथ जी रहे हैं जबकि यहां के निवासी बताते हैं कि एस ई सी एल गेवरा प्रबंधक के द्वारा भूमि अधिग्रहण कर दीपका खदान को सौंप दिया है और मौजा राशि गेवरा खदान प्रबंधक दे रहा है जिसकी राशि अभी तक नहीं बन पाया है लोग मौजा राशि के लिए बार-बार प्रबंधक के सामने जा रहा है फिर भी मौजा राशि नहीं बना रहा है जब की हम अपने मकान को छोड़ने को तैयार है फिर भी हमारा मौजा राशि नहीं बनाया जा रहा है और हम लोग खदान नजदीक आ जाने के कारण दहशत भरे जिंदगी में जी रहे हैं कलिंगा कंपनी के प्रबंधन के द्वारा प्रोडक्शन बढ़ाने के लिए लगातार मिट्टी खनन को आगे बढ़ाते जा रहा है ,देखना होगा कि ग्रामीणों की इस बड़ी समस्या को कब तक दूर हो पता है ।

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राजू राठौर..निवासी खदान नजदीक आ गई है बहुत ही दहशत भरे जिंदगी जी रहे हैं जो कि मेरे माता एवं पिता के नाम पर मकान का नापी हुआ है जिसकी अभी तक मौजा राशि नहीं बन पाया है जबकि हम अपने मकान को छोड़ने के लिए तैयार हैं इसके बावजूद एस ई सी एल प्रबंधन मौजा राशि नहीं दे रहा है दोपहर को हैवी ब्लास्टिंग के समय हमें अपने घर से बाहर निकल कर रहना पड़ता है साथ ही छोटा बच्चा है डर लगा रहता है की खदान के साइड में ना चली जाए और कलिंगा कंपनी अपना प्रोडक्शन बढ़ाने के लिए मिट्टी का खनन करते हुए घर के नजदीक खदान पहुंच गया है।

रामशंकर राठौर..निवासी दर्रा खांचा में निवास करते हैं जहां पर परिवार के साथ रहते हैं और खदान नजदीक आ गई है एसईसीएल महाप्रबंधक के द्वारा लगातार अपना प्रोडक्शन बढ़ाने के लिए रोजाना हैवी ब्लास्टिंग किया जा रहा है और कलिंगा कंपनी को मिट्टी खनन के लिए दिया गया है और हमारे मकान का मौजा राशि नहीं बन पाई है जिस कारण हम बहुत बड़े दहशत में है हमारे मकान का मौजा राशि जल्द से जल्द दिया जाए ।

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