अनंत चतुर्दशी 19 सितंबर को है। भक्त इस दिन उपवास रखेंगे। धार्मिक मान्यता के अनुसार इस दिन भगवान विष्णु के निमित्त व्रत रखकर एवं उनकी पूजा करके अनंतसूत्र बांधने की परंपरा है। जिससे समस्त बाधाओं से मुक्ति मिलती है। शरीर स्वस्थ्य रहता है। बिलासपुर में अनंत चतुर्दशी को लेकर घरों में खास तैयारी की जा रही है। इसी दिन भगवान गणेश विधिवत पूजा अर्चना के साथ प्रतिमा का विसर्जन भी होगा।
राधा-कृष्ण मंदिर शंकर नगर के आचार्य पं.रमेश तिवारी के मुताबिक भगवान विष्णु को समर्पित अनंत चतुर्दशी का पर्व भाद्रपद महीने की शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को मनाया जाता है। इसे अनंत चौदस के नाम से भी जाता है। इस दिन भगवान विष्णुजी के अनंत रूप की पूजा की जाती है। अनंत अर्थात जिसके न आदि का पता है और न ही अंत का। अर्थात वे स्वयं श्री नारायण ही हैं। इस दिन व्रत रखने पर विशेष फल प्राप्त होता है।
मान्यता के अनुसार इस दिन भगवान विष्णु ने सृष्टि की शुरुआत में चौदह लोकों की रचना की थी एवं इन लोकों की रक्षा और पालन के लिए भगवान विष्णु स्वयं भी चौदह रूपों में प्रकट हो गए थे, जिससे वे अनंत प्रतीत होने लगे। व्रत में स्नानादि करने के बाद अक्षत,दूर्वा, शुद्ध रेशम या कपास के सूत से बने और हल्दी से रंगे हुए चौदह गांठ के अनंत सूत्र को भगवान विष्णु की तस्वीर या प्रतिमा के समक्ष रखकर विधिवत पूजा अर्चना की जाती है। प्रत्येक गांठ में श्री नारायण के विभिन्न् नामों से पूजा की जाती है। ऐसा माना जाता है कि इस दिन व्रत रखने से भक्तों की सारी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती हैं। सुख-समृद्धि, धन-धान्य और संतान प्राप्ति के लिए महिलाएं व्रत रखती है।
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