अमेरिका,18 फ़रवरी 2025/ डिपोर्ट किए गए मोहाली के युवक की शिकायत पर पुलिस ने हरियाणा के अंबाला के दो ट्रैवल एजेंट के खिलाफ केस दर्ज किया है। आरोपियों की पहचान गुरजिंदर अंटाल और मुकुल निवासी अंबाला कैंट के रूप में हुई है। दोनों एजेंट ने युवक को 45 लाख रुपए लेने के बाद अमेरिका भेजा था। पीड़ित का आरोप है कि जब रास्ते में वह 4 महीने फंसे रहे तो उन्होंने वापस इंडिया भेजने की बात कही।
इस पर एजेंटों ने ऑडियो मैसेज भेजकर कहा कि अब तो जाना ही पड़ेगा, पीछे मुडनें का सवाल ही नहीं है। आरोपी ने सारी रकम अमेरिका पहुंचने से पहले ही ले ली थी। उसने इस संबंधी सारे प्रमाण पुलिस को सौंपे है। आरोपियों पर पुलिस भारतीय न्याय सहिता की धारा 143, 316( 2), 318( 4) और इमिग्रेशन एक्ट के तहत केस दर्ज हुआ है।
इस बारे में तरनवीर सिंह ने पुलिस को शिकायत दी थी। पुलिस अब इस मामले के आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए छापेमारी कर रही है।
तरनवीर सिंह की शिकायत में मुख्य रूप से चार प्वाइंटों का जिक्र किया गया है….
- दोस्त के जरिए एजेंटों से की थी मुलाकात
तरनवीर ने पुलिस को दी शिकायत में बताया है कि दोनों आरोपी गुरजिंदर अंटाल और मुकुल बिजनेस पार्टनर हैं। वह अपने दोस्त गुरशरन सिंह निवासी बूथगढ़ ने माध्यम से आरोपियों से मिला था। आरोपी गुरजिंदर मेरे दोस्त का दूर का रिश्तेदार है। 10 जुलाई 2024 को उसने अपना पासपोर्ट दोनों आरोपियों को दिया था।
गुरजिंदर सिंह ने उसे बताया था कि उसे फ्लाइट के जरिए यूएसए पहुंचा देंगे। इतना ही नहीं, उसे वहां पर काम का इंतजाम भी कर देंगे। उसके वहां पर अच्छे लिंक है। इसके लिए उसे 45 लाख रुपए देने होंगे।
- मेक्सिको के जंगलों में 4 महीने तक फंसा रहा
इसके बाद उनके साथ डील हुई। उसके कोलंबिया पहुंचने पर 18 लाख रुपए आरोपी को उसके घरवालों ने दिए थे। इसके बाद जब वह मेक्सिको पहुंच गया तो आरोपी शेष रकम उसके घर आकर पिता से ले गया था। सफर के दौरान उसे और उसके साथियों को 4 महीने कोलंबिया में रुकना पड़ा था।
जिस बारे इन्होंने पहले कुछ नहीं बताया था। जब वह वहां पर फंस गए तो उन्होंने कहा कि वह गलत तरीके से अमेरिका नहीं जाना चाहता है। उसे अपने देश भारत वापस बुला लो। इस पर गुरजिंदर ने ऑडियो मैसेज भेजकर कहा कि अब तुम्हें वापस नहीं बुला सकते हैं ,तुझे वहां जाना ही पडे़गा।
- हम कोलंबिया तक के पैसे देने को तैयार थे
पीड़ित ने बताया कि उसने यह सारी बात अपने घरवालों को बताई। फिर उसके पिता ने मुकुल को अपने गांव बुलाया। उसे कहा कि हमारे बेटे को वापस भारत बुला लो। हम गैर कानूनी तरीके से बेटे को अमेरिका भेजना नहीं चाहते हैं। इस पर मुकुल का जवाब था कि अब तो उसे आगे ही जाना पड़ेगा।
उसे किसी भी कीमत पर वापस नहीं बुला सकते हैं। जबकि उसने उन्हें कहा कि वहां तक पहुंचने के लिए जो भी खर्च आया है वह पैसे भले ही वह रख ले। लेकिन आरोपियों ने उनकी एक नहीं सुनी।
- घरवालों को बताने के बाद डोंकर करते थे टॉर्चर
तरनवीर ने बताया कि इस सफर में उन्हें काफी मुश्किल सहनी पड़ी है। गलत तरीके से उन्होंने अमेरिका का बॉर्डर क्रॉस किया। इससे पहले रास्ते में उन्हें बहुत टॉर्चर किया गया। रोटी व पानी के बिना कई दिन गुजारने पड़े। जब हम अपने साथ बीत रही बात घरवालों को बताते थे, तो इनके ट्रैवल एजेंट के कहने पर डोंकर हमें मारते पीटते थे।
जान से मारने की धमकियां देते थे। इन्होंने यह बात बिल्कुल नहीं बताई थी कि रास्ते में उन्हें पैदल जाना पड़ेगा, या फिर छोटी किश्ती के माध्यम से सफर करना पडे़गा। हमें तो फ्लाइट और क्रूज के जरिए भेजने के सपने दिखाए गए थे।
अब तक 11 केस केस दर्ज हो चुके हैं
अमेरिका से डिपोर्ट हुए लोगों के मामले की जांच के लिए पंजाब सरकार की तरफ से एक स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम बनाई है। इसके अलावा अब तक 11 एफआईआर पुलिस ने दर्ज कर ली है। वहीं, सरकार साफ कर चुकी है कि उनकी तरफ से पीड़ितों की हर संभव मदद की जाएगी। उन्हें जिंदगी नए से शुरू करने के लिए लोन व अन्य चीजें मुहैया करवाई जाएगी।