अक्सर कहा जाता है कि छोटी समस्या तब आपके लिए दिक्कतें पैदा करने लगती है जब तक उसका सही से इलाज न किया जाए. दरअसल ये बात खासकर हर छोटी-मोटी बीमारी पर लागू होती है. कई बार हम अपनी ज़िंदगी में कुछ समस्याओं को छोटा समझ लेते हैं, जबकि वो एक दिन वो नासूर बन जाती हैं. कुछ ऐसा ही हुआ हंगरी की रहने वाली मोनिका नाम की महिला के साथ हुआ.
एक रिपोर्ट के मुताबिक मोनिका के पेट के निचले हिस्से में अचानक दर्द महसूस हुआ. महिला अस्पताल पहुंची, तो यहां डॉक्टर ने कुछ ऐसा बताया कि उसकी पूरी ज़िंदगी ही बदल गई. मोनिका के कुछ टेस्ट करने के बाद उन्हें बताया गया कि उनकी ये दिक्कत सेप्सिस है, जो उनके शरीर के बाकी हिस्सों को भी तेजी से अपनी चपेट में ले रहा है. इसके चलते उन्हें अपने हाथ और पैर भी खोने पड़ सकते हैं.
मोनिका ने बताया कि उनके हाथों और पैरों में वैस्कुलर ऑक्लुज़न (vascular occlusion) नाम की गंभीर स्थिति पैदा हो चुकी है. जिसमें उनकी नसों का खून जम गया है और वो बह नहीं पा रहा. इसलिए डॉक्टर के पास उनके हाथ-पैर काटने के अलावा कोई उपाय नहीं बचा. पहले उनका बायां पैर काटा गया फिर 7 दिन बाद दायां पैर. इसके 3 दिन बाद उनका बायां हाथ भी काट दिया गया.
इस दुर्लभ केस के बारे में डॉक्टरों का कहना है कि अब नसों को रिपेयर करने का कोई रास्ता नहीं बचा था, ऐसे में मोनिका को एक के बाद एक 16 ऑपरेशन कराने पड़े. असल में उनकी अनुवांशिक स्थिति की वजह से मोनिका के साथ ऐसा हुआ. उसे अनुवांशिक कारण भी ज़िम्मेदार हैं. उनके यहां अल्सर की मेडिकल हिस्ट्री रही है. इस बीमारी के बाद उनकी जिंदगी पूरी तरह से बदल गई. अब उनके पति और उनकी मां ही उनकी देखभाल करती हैं. वे हफ्तों तक घर से बाहर भी नहीं निकल पातीं.
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