कॉल कर्मियों का मेडिकल अनफिट, ट्रेड यूनियनों ने अपाहिज कर्मियों के साथ किया छल – सिन्हा

कोरबा 8 सितंबर (वेदांत समाचार) एसईसीएल कोयला श्रमिक सभा के पूर्व केंद्रीय उपाध्यक्ष विनोद सिन्हा ने जारी एक बयान में बताया कि 2018 में गुपचुप तरीके से तत्कालीन कोयला मंत्री द्वारा सभी जेबीसीसीआई मेंबरों को सूचित कर दिया था कोयला कर्मियों द्वारा मेडिकल अनफिट लेने पर उनके आश्रितों को नौकरी अब नहीं दी जाएगी इस आदेश को केंद्रीय ट्रेड यूनियन ने अपने कोयला कामगारों को जानकारी देना भी मुनासिब नहीं समझा क्योंकि ट्रेड यूनियनों के प्रति मजदूरों का आक्रोश वह नाराजगी झेलनी पड़ती इस तरह केंद्रीय ट्रेड यूनियनों ने कोल इंडिया के सभी अपाहिज यानी मेडिकल अनफिट के आश्रितों जिनकी संख्या हजारों में है आज तक अंधकार में रखा उनके परिवार दाने दाने के लिए मोहताज हैं ऐसे परिवारों को अब कौन सहारा देगा? उनके परिवार का भरण पोषण कैसे होगा ?इस पर ट्रेड यूनियन पिछले 3 वर्षों से मजदूरों को अंधकार में रखकर उनके साथ छल किया हैl
सिन्हा ने आगे बताया कि 1979 से मेडिकल अनफिट की मिल रही सुविधा को खत्म करके कोल इंडिया के समस्त मजदूरों के साथ अन्याय किया गया है क्योंकि आज भी मेडिकल अनफिट कामगार अपने आश्रितों को नौकरी लगने के आस में थे लेकिन अब पता चल रहा है कि इतने गंभीर जहां हजारों परिवारों के समक्ष रोजी-रोटी की समस्या हो ऐसे मामलों को आज दिनांक तक कोल इंडिया के आदेश को संबंधित मजदूरों से शेयर नहीं किया गया है कॉल कर्मियों को आज दिनांक तक अंधकार में रखा गया है जो न्याय उचित नहीं है l


सिन्हा ने सभी ट्रेड यूनियनों से आग्रह किया है कि पूर्व में की गई भूल को सुधार ते हुए कोल इंडिया स्तर पर जब तक मेडिकल अनफिट लेने वाले कामगारों के आश्रितों को नौकरी नहीं दी जाती तब तक अनिश्चितकालीन कोल इंडिया स्तर पर सभी खदानों को ठप करने के लिए कारगर कदम उठाएं ताकि मजदूर विरोधी फैसला वापस हो सकेl

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