मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और राजस्थान, देश के ये तीन राज्य सोयाबीन की खेती (Soyabean farming) के मामले में सबसे आगे हैं. इसके अलावा दूसरे राज्यों के भी लाखों किसानों पीला सोना के नाम से मशहूर इस तिलहनी फसल से जुड़े हुए हैं. सोयाबीन को भी मुनाफे की खेती के लिए जाना-जाता है. इससे जुड़े किसानों को किसी तरह की दिक्कत ना हो, इसके लिए भारतीय सोयाबीन अनुसन्धान संस्थान (ICAR-Indore)ने एक ऐसा मोबाइल ऐप बनाया है जहां सोयाबीन की खेती करने वाले किसानों को खेती से लेकर कीट, कीड़ों से बचाव तक की जानकारी मिलेगी.
भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद-भारतीय सोयाबीन अनुसन्धान संस्थान, इंदौर ने सोयाबीन ज्ञान (Soybean Gyan) नाम से एक ऐसा मोबाइल ऐप बनाया है जो सोयाबीन की खेती करने वाले किसानों की लगभग हर समस्या का समाधान करता है. ऐप में किसानों नई तकनीकी, फसल प्रबंधन, कीट और रोग प्रबंधन की जानकारी दी गई है.
रोग, कीट, खरपतवार प्रबंधन की मिलेगी जानकारी
दूसरी फसलों की तरह सोयाबीन की फसल भी कीट और रोगों से प्रभावित रहती है. समय पर इनको रोका नहीं जाता तो किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ता है. ऐसे में ये ऐप किसानों की इस समस्या से निजात दिला सकता है क्योंकि ऐप में रोगों की पहचान और निवारण के उपाय बताए गए हैं. इसके अलावा खरपतवार प्रबंधन को लेकर भी कई उपाय बताए गए हैं.
सोयाबीन के फायदे और घरेलू उपयोग
ऐप में सोयाबीन के फायदे और उनके घरेलू उपयोगी के बारे में भी बताया गया है. मतलब किसानों को अलावा दूसरे लोगों के लिए भी ये ऐप उपयोगी साबित हो सकता है.
कैसे और कहां मिलेगा ये ऐप
सोयाबीन किसानों के लिए ये ऐप बिल्कुल फ्री है. इसे डाउनलोड करने के लिए सबसे पहले आपको गूगल प्ले स्टोर मे जाना होगा. वजहां टाइप करें सोयाबीन ज्ञान-Soyabean Gyan, ऐप डाउनलोड करें खेती की बारीकियां सीखें.
वर्ष 2019 के दौरान भारत में नौ करोड़ टन सोयाबीन का उत्पादान हुआ. इस महत्वपूर्ण फसल का उत्पादन मुख्य रूप से तिलहन के रूप में किया जाता है। साथ ही, यह मवेशियों के लिए भी प्रोटीन का एक अहम स्रोत माना जाता है. भारत सोयाबीन के दिग्गज उत्पादकों में से एक है. सोयाबीन की नई किस्म रोगों से भी लड़ने में सक्षम है, ऐसे में उम्मीद की जा रही उत्पादन के मामले में देश और आगे जाएगा.
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