BREAKING : बेडरूम में लगी आग, 5 साल की बेटी के साथ जिंदा जले इंजीनियर

मकान में आग लगने से कंप्यूटर इंजीनियर और उनकी 5 वर्षीय बेटी गंभीर रूप से झुलस गए। पिता की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि बेटी की अस्पताल में दमतोड़ दिया। घटना पलवल नैशनल हाईवे स्थित मंशाग्रीन कॉलोनी की है।

इंजीनियर के पिता सेना में मेजर हैं और वर्तमान में चंडीगढ़ में तैनात हैं। मृतक के मामा ने इस मामले में मुंडकटी थाने में शिकायत दी है। शुरुआती जांच में शॉर्ट सर्किट से आग लगने की बात सामने आई है। विनोद शहर में साइबर कैफे चलाते थे।

आग से फर्श की टाइल्स तक टूट गए

मुंडकटी थाना इंचार्ज प्रीतम सिंह ने बताया कि मंशाग्रीन कॉलोनी निवासी बीर सिंह जाखड़ ने बताया कि शुक्रवार सुबह साढ़े 7 बजे वह टहलने निकले थे। उसी दौरान उन्होंने देखा कि उनकी बहन संता के घर की पहली मंजिल पर बने बेडरूम से धुआं और आग की लपटें निकल रही हैं।

बीर सिंह ने वहां जाकर देखा तो कमरे में 32 वर्षीय भांजा विनोद व उनकी 5 वर्षीय बेटी दिव्या आग में झुलसे हुए थे। उन्होंने किसी तरह दिव्या को खींचकर कमरे से बाहर निकाला, जबकि विनोद की आग में जलकर मौत हो चुकी थी।

सूचना मिलते ही पुलिस और फायर ब्रिगेड की गाड़ी मौके पर पहुंची और आग पर काबू पाया। फायर अधिकारियों ने बताया कि आग इतनी भयंकर थी कि कमरे के अंदर रखा सारा सामान और दरवाजे ही नहीं जले, बल्कि फर्श पर लगीं टाइल्स भी टूट गईं।

बड़ी बेटी को स्कूल छोड़ने गई थीं पत्नी

बीर सिंह के मुताबिक, घटना के वक्त मृतक विनोद की पत्नी निशा मंशाग्रीन कॉलोनी के गेट पर बड़ी बेटी को स्कूल छोड़ने गई थीं, जबकि छोटा बेटा जितेश मकान के बाहर घूम रहा था। पुलिस का कहना है कि एफएसएल टीम को मौके पर बुलाकर जांच की गई।

लैब में जांच के लिए सैंपल भेजे गए और पोस्टमॉर्टम के दौरान बिसरा सुरक्षित रख लिया गया। विनोद के पिता रोहताश सेना में मेजर के पद पर चंडीगढ़ में कार्यरत हैं।

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