46 पाकिस्तानी नागरिकों को उचित कोविड रिपोर्ट न होने के चलते अटारी वाघा बॉर्डर से वापस भेज दिया दया. इन नागरिकों को अमृतसर से वापस लााया जाना था. इन 46 पाकिस्तानी नागरिकों में 23 बच्चे भी शामिल थे.
जानकारी के मुताबिक इन 46 नागरिकों के पास कोरोना टेस्ट की सही रिपोर्ट नहीं थी जिसके चलते पाकिस्तान सरकार ने इनको वापसी नहीं करने दी और अटारी वाघा बॉर्डर से ही वापस भेज दिया. वजीर नाम के एक पाकिस्तानी शख्स ने कहा, ”हमने सोमवार को टेस्ट किया था लेकिन पाकिस्तानी सरकार ने इसे अप्रूव नहीं किया. अब दोबारा हमारे टेस्ट किए गए हैं.’
एक साल पहले आए थे भारत
न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक अटारी वाघा बॉर्डर के प्रोटोकॉल ऑफिसर एसिसटेंट सब इंस्पेक्टर अरुणपाल सिंह ने बताया कि ये लोग एक साल पहले भारत आए थे लेकिन फिर कोरोना लॉकडाउन की वजह से यहीं फंसे रह गए.”
उन्होंने बताया कि 15-20 दिन पहले भी ये लोग यहां आए थे लेकिन ये बिना अनुमति के आ गए थे, इसलिए इन्हें वापस भेज दिया गया. आज इनके पास अनुमति थी लेकिन फिर पाकिस्तानी नागरिकों ने इनको जीरो लाइन से ये कहते हुए वापस भेज दिया गया कि इनके पास सही कोरोना टेस्ट की रिपोर्ट नहीं है. अब इनका कोरोना टेस्ट दोबारा कराया गया है और इन्हें गुरुवार को दोबारा भेजा जाएगा.
वहीं दूसरी ओर चीन ने पाकिस्तान के दक्षिण-पश्चिमी बलूचिस्तान प्रांत में बीते शुक्रवार को हुए आत्मघाती हमले के मास्टरमाइंड को गिरफ्तार करने की मांग की है. इस हमले में 2 बच्चों की मौत हुई थी और एक चीनी नागरिक समेत 3 लोग घायल हुए थे. चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने पाकिस्तान से हमले के दोषियों को ‘कड़ी सजा’ दिलाने और देश में चीनी नागरिकों, संगठनों और प्रोजेक्ट्स की ईमानदारी से सुरक्षा करने का अनुरोध किया है.
वांग ने कहा, “20 अगस्त को ग्वादर ईस्ट बे एक्सप्रेसवे प्रोजेक्ट के गाड़ियों के काफिले पर हमला किया गया, जो कंस्ट्रक्शन साइट पर जा रहे थे. इसमें चीन का एक नागरिक घायल हुआ और कई स्थानीय लोग भी घायल हुए या मारे गए. हम इस घटना से स्तब्ध हैं और इसकी निंदा करते हैं. हमले में मारे गए दो पाकिस्तानी नागरिकों और घायलों के परिवार के प्रति हमें दुख है.”
[metaslider id="347522"]