CYBER FRAUD : Amazon और Telegram के जरिए यूं हुई 2.33 लाख की ठगी

नई दिल्ली. लीजिए, अब ई-कॉमर्स वेबसाइट्स को भी धोखाधड़ी का टूल बना लिया गया है. अभी तक ई-वॉलेट से पैसे निकालने के साइबर फ्रॉड के कई केस आपने देखे-सुने होंगे, लेकिन ताजा मामले में Amazon का नाम इस्तेमाल करके एक महिला से लगभग ढाई लाख रुपये ठगे गए हैं. तो सावधान रहें! ये ठगी कैसे हुई, इसे अवश्य जानिए और खुद को और अपने साथियों को भी बचने में मदद कीजिए.

फ्रॉड करने वाले शायद समझ चुके हैं कि घर के कार्यों में व्यस्त रहने वाली महिलाओं को आसानी से ठगा जा सकता है. चूंकि, होमकीपिंग करने वाली महिलाओं को लगता है कि उन्हें भी घर चलाने में आर्थिक मदद करनी चाहिए, तो ठग इस बात का फायदा उठाने के लिए नए-नए तरीकों की जालसाजी में जुटे हैं.

यह बात है 37 साल की एक गृहिणी की. मुंबई के बोरीवली में रहने वाली ये महिला अपने काम में व्यस्त थी. उन्हें टेलीग्राम पर एक मैसेज मिला. मैसेज में लिखा था कि आप घर से काम करके आसानी से अच्छी अर्निंग कर सकते हैं.

अमेज़न प्रॉडक्ट्स की रेटिंग बढ़ाने का काम

इस गृहिणी ने सोचा कि ट्राई करने में क्या जाता है. यदि काम ठीक हुआ तो किया जा सकता है. ये बात 16 अगस्त की है. महिला ने इसके बारे में और जानकारी पाने के लिए संदेश भेजने वाले से संपर्क किया. ठग ने बताया कि आपको घर पर रहकर ही काम करना है. काम भी बहुत आसान है. आपको बस अमेज़न के प्रॉडक्ट्स खरीदकर उनकी रेटिंग बढ़ानी है, जिससे कि बिक्री बढ़े. इसके बदले में अच्छा खासा कमीशन मिलेगा.

जब महिला ये काम करने को सहमत हो गई तो ठग ने अपनी अगली चाल चली. महिला को एक “पावर ऑफ अटार्नी लेटर” भेजा गया. इसके बाद उन्हें एक ई-वॉलेट (E-Wallet) में पैसा भेजकर अमेज़न का एक प्रॉडक्ट खरीदने को कहा गया, जिसके बाद कि उन्हें 200 रुपये कमीशन मिलाकर उनका मूलधन (जिससे प्रॉडक्ट खरीदा गया था) वापस मिल जाएगा. सुनने में ये ऑप्शन अच्छा लगता है.

5000 को 5200 करके लौटाया

बात पक्की होने पर महिला ने दिए गए वॉलेट में 5000 रुपये जमा करवा दिए. कुछ ही देर में उन्हें 200 रुपये का कमीशन मिला और जो पैसा जमा कराया था (5000 रुपये) वह भी वापस अपने अकाउंट में मिल गया. मतलब कि 5000 रुपये जमा करने के कुछ देर बाद ही महिला को 5200 रुपये वापस मिल गए, जिसे पाकर महिला की खुशी का ठिकाना नहीं रहा.

अगले दिन 17 अगस्त को उसी ठग ने महिला को बताया कि सीनियर ऑफिसर उनसे टेलीग्राम पर कॉन्टेक्ट करेंगे और एक बड़ा काम देंगे.

“बड़ा काम” नहीं “बड़ा धोखा” निकला वो

अगले दिन सीनियर ठग ने महिला से 9 अलग-अलग वॉलेट्स में पैसे डालने को कहा और बड़ा लालच दिया. उसने ठग के बताए अनुसार 9 वॉलेट्स में 2 लाख 33 हजार रुपये जमा कर दिए. महिला को उम्मीद थी कि इन 2.33 लाख रुपये से 4 लाख रुपये उसे वापस मिल जाएंगे.

महिला को काम कहा गया था उसने किया, मगर पैसा नहीं मिला. काफी इंतजार के बाद जब उस फ्रॉड को कॉल किया तो उसने कहा कि महिला को पहले 80,700 रुपये का इन्कम टैक्स भरना होगा. महिला ने उससे कहा कि उनका मूलधन वापस कर दिया जाए, लेकिन ठग ने साफ इनकार कर दिया और पहले इन्कम टैक्स भरने को कहा.

कुछ ही समय में महिला को ये आभास हो गया कि उसके साथ साइबर फ्रॉड हो गया है. 19 अगस्त को महिला ने पुलिस को शिकायत की और FIR दर्ज करवाई.

ये बिलकुल सच्ची घटना है. शुक्र है कि ये घटना आपके साथ या आपके किसी जानने वाले के साथ नहीं. लेकिन इस बात क्या गारंटी है इस तरह की कोई और घटना आपके साथ होगी ही नहीं. बेशक यह घटना किसी और के साथ हुई, मगर हम इस घटना से बहुत कुछ सीख सकते हैं. जहां भी अच्छा और आसान रिटर्न देने की बात हो, उसमें घुसना नहीं चाहिए. अधिकतम बार ऐसे मामले बाद में फ्रॉड ही निकलते हैं.

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