इस घास की चाय में छुपा है किडनी की हर समस्या का राज, दूर कर देती है ये बीमारियां

लेमनग्रास (lemongrass) जो कि किडनी से जुड़ी आपकी सभी समस्याओं को ठीक करने के लिए रामबाण औषधी है। इसे सिट्रोनेला,चायना ग्रास, भारतीय नींबू घास, मालाबार घास और कोचीन घास भी कहते हैं। लेमनग्रास दक्षिण एशियाई रसोई में सबसे लोकप्रिय रूप से उपयोग की जाने वाली सामग्रियों में से एक है। इसमें नींबू के स्वाद होता है जिसका उपयोग चाय, मैरिनेड और करी में किया जाता है।

लेकिन इसके अलावा ये जड़ी बूटी अपने तमाम विशिष्ट स्वाद और स्वस्थ्य लाभों के लिए भी जानी जाती है। इसीलिए इसका उपयोग घरों में इसके औषधीय महत्व के लिए विभिन्न समस्याओं जैसे सामान्य सर्दी, खांसी, मधुमेह, उच्च रक्तचाप और ऐसी ही अन्य स्थितियों के लिए घरेलू उपचार के रूप में भी किया जाता रहा है।

​किडनी के लिए फायदेमंद है लेमनग्रास

यह विशेष रूप से हमारे गुर्दे के लिए बहुत फायदेमंद माना जाता है। लेमनग्रास हमारे शरीर के अंदर मौजूद विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालता है। क्योंकि इसमें मूत्रवर्धक गुण (diuretic properties) पाए जाते हैं। एक सामान्य व्यक्ति को दिनभर में 10 से 12 बार टॉयलेट जाने सही माना जाता है। लेमन ग्रास किडनी को साफ रखने में हमारी मदद करती है और इससे हम स्टोर की समस्या से बचते हैं।

​ब्लड सर्कुलेशन में सुधार

लेमनग्रास लाल रक्त कोशिकाओं पर अपने प्रभाव के लिए जाना जाता है। आप इसकी चाय पीकर तमाम स्वस्थ्य लाभ ले सकते हैं। इस प्राकृतिक जड़ी बूटी के नियमित सेवन से लाल रक्त कोशिकाओं के उत्पादन को बढ़ाने और सिस्टम में बेहतर ब्लड फ्लो यानी रक्तप्रवाह को प्रोत्साहित करने में मदद मिल सकती है। जब शरीर के पूरे सिस्टम में ब्लड सर्कुलेशन होता है हमारे दूसरे ऑर्गन भी सही से कार्य करते हैं।

कई अध्ययनों में पाया गया है कि लेमनग्रास टी में सिरदर्द, कोलेस्ट्रॉल लेवल को नियंत्रित करने में मददगार है। रोजाना एक कप लेमनग्रास टी पीने से त्वचा पर निखार आता है।

​Water Retention और ब्लोटिंग में मददगार है लेमनग्रास

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ब्लोटिंग के कारण होने वाले जल प्रतिधारण (Water Retention) से लेमनग्रास आपको राहत दिला सकता है। चूंकि यह जड़ी बूटी मूत्रवर्धक है, जिसका अर्थ है कि यह किडनी को बार-बार पेशान छोड़ने का कारण बनती है, जिसके चलते शरीर से टॉक्सिन्स बाहर निकलते हैं। यह हमारे शरीर में अत्यधिक सोडियम को बाहर निकालने में मदद करता है जिससे एक साउंड सिस्टम बनता है।

शरीर में बहुत अधिक सोडियम से स्ट्रोक, गुर्दे की पथरी, कैंसर और ऐसी अन्य गंभीर स्थितियां हो सकती हैं और लेमनग्रास का सेवन आपकी मदद कर सकता है। इतना ही नहीं, यह जड़ी बूटी गुर्दे की हल्की स्थितियों को भी ठीक कर सकती है और किडनी को सुचारू रूप से काम करने देती है।

​लेमनग्रास का सेवन करते समय इन बातों पर दें ध्यान

लेमनग्रास निश्चित रूप से आपकी किडनी से संबंधित सभी समस्याओं को दूर करने के लिए सबसे चमत्कारी उपाय है। लेकिन जैसे हर अच्छी चीज का एक नकारात्मक पहलू होता है, वैसे ही इस जड़ी-बूटी में एक है।

लेमनग्रास उन जड़ी बूटियों में से है जिनमें बड़ी मात्रा में पोटेशियम होता है। और बहुत अधिक पोटेशियम समस्याग्रस्त हो सकता है, वे आपके दिल की अनियमित धड़कन, हृदय की स्थिति, सीने में दर्द, मांसपेशियों में कमजोरी, दस्त और ऐसी अन्य परेशानियों का परिणाम हो सकते हैं।

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