जगदलपुर। अब बस्तर की महिलाएं काजू कतली बनाकर उससे अपनी आय बढ़ाने में जुटी हुई है। दरअसल, जिले में राष्ट्रीय आजीविका मिशन के जरिए सैकड़ों महिलाओं की जिंदगी बदल चुकी है। इसी काम को आगे बढ़ाने का दायित्व अब वन विभाग के अधिकारियों ने ले ली है। लामनी पार्क में काम करने वाली महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए अधिकारियों द्वारा लगातार प्रयास किया जा रहा है।
जानकारी के अनुसार कोरोना संक्रमण के चलते समिति की हालत काफी खराब हो गई थी। अब उन्होंने काजू कतली बनाने का निर्णय लिया है। इसके लिए वह बकावंड ब्लॉक के राजनगर से काजू प्रसंस्करण यूनिट से काजू खरीद रही हैं और इससे काजू कतली का निर्माण कर रही है। समिति की अध्यक्ष बसंती बघेल ने बताया कि बाजार में काजू कतली का रेट 700-800 रुपए है। जबकि वह लोगों को शुद्ध काजू कतली केवल 600 रुपए किलो के रेट में बेच रही हैं। वह राजगनर से 450 रूपए किलो के रेट पर काजू खरीद रही हैं।
लामनी पार्क में व्यवस्था, आगे दुकान भी खोली जाएगी
रेंजर देवेंद्र वर्मा ने बताया कि महिलाओं को काजू कतली बनाने का प्रशिक्षण एक हलवाई द्वारा दिया गया था। करीब एक पखवाड़े से वह समूह की महिलाए काजू कतली बेच रही हैं। इन महिलाओं को काजू कतली बेचने में कोई परेशानी न हो, इसके लिए संजीवनी मार्ट के साथ ही लामनी पार्क में व्यवस्था की गई है। आने वाले दिनों में एक दुकान इनके लिए खोली जाएगी। जहां पर ये महिलाएं काजू से बनी अन्य मिठाइयां बनाकर बेचेंगी।
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