भू-विस्थापितों की नौकरी का मामला, कलेक्टर ने बनाई जांच समिति

कोरबा 19 अगस्त (वेदांत समाचार)। कलेक्टर श्रीमती रानू साहू ने लैंको-अमरकंटक पावर प्लांट पताढ़ी के लिए अधिग्रहित की गई जमीन के बदले भू-विस्थापितों को नौकरी नहीं मिलने के मामलें की जांच के लिए तीन सदस्यीय समिति बना दी है। अब इस मामले की जांच एसडीएम कोरबा की अध्यक्षता में बनी यह समिति करेगी और एक सप्ताह में अपनी रिपोर्ट कलेक्टर को प्रस्तुत करेगी समिति में जिला रोजगार अधिकारी और जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र के महाप्रबंधक सदस्य होंगे।

उल्लेखनीय है कि लैंको-अमरकंटक पावर प्लांट के भू-विस्थापितों को नौकरी नहीं मिलने की खबर स्थानीय समाचार पत्रों में प्रकाशित हुई थी। कलेक्टर ने इस पर गंभीरता से संज्ञान लेते हुए एसडीएम श्री सुनील नायक को प्रारंभिक जांच के निर्देश दिए थे। आज एसडीएम सुनील नायक ने कार्यालय में लैंको-अमरकंटक पावर प्लांट के प्रबंधन और नौकरी की मांग कर रहे भू-विस्थापितों को समक्ष में बुलाकर प्रकरण की पूरी जानकारी ली। श्री नायक ने इस संबंध में जांच की आवश्यकता बताते हुए कलेक्टर को स्थिति से अवगत कराया। इस पर कलेक्टर श्रीमती साहू ने जांच समिति गठित की है।

ऊर्जाधानी भुविस्थापित किसान कल्याण समिति के अध्यक्ष सपुरन कुलदीप ने कलेक्टर के इस फैसले का स्वागत करते हुए कहा है कि कोरबा जिला आद्योगिक नगरी है और यहां के हजारों किसान विस्थापन के कारण उत्पन्न समस्या से जूझ रहे हैं । वर्षो से अपनी जायज मांगो को लेकर लड़ रहे हैं किन्तु अलग अलग नीतियों का हवाला देकर उनकी बातों को अनसुना किया जा रहा है रोजगार मुआवजा और बसाहट के साथ ही अन्य मौलिक सुविधाओ के अभाव में आक्रोश बढ़ता जा रहा है । ऊर्जाधानी सन्गठन जिले के सभी उद्योगों से प्रभावितो के साथऔर उनके सँघर्ष में अपनी एकजुटता का इजहार करता है । आगामी दिनों में एक संगठित आंदोलन विकसित करने का प्रयास को तेज किया जाएगा ।

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