IPL के बचे हुए मैचों में हुआ ये बड़ा बदलाव, अब बल्लेबाज के छक्का मारने पर होगा ऐसा, बीसीसीआई ने लिया फैसला

नई दिल्ली: कोरोना महामारी की वजह से आईपीएल (IPL) के बचे हुए मैच को रोक दिया गया था। जिसके बाद अब सितंबर में एक बार फिर मैच शुरु होने जा रहा है। इस बीच बीसीसीआई (BCCI) ने स्वास्थ और सुरक्षा प्रोटोकॉल्स जारी किए है। बीसीसीआई (BCCI) ने फैसला लिया है कि अगर गेंद स्टैंड में या स्टेडियम के बाहर जाती है तो उसे बदला जाएगा और जो गेंद स्टैंड या स्टेडियम के बाहर गई है वह जब वापस आएगी तो उसे सैनेटाइज किया जाएगा। इसके बाद उसे लाइब्रेरी में रखा जाएगा “अगर गेंद स्टैंड में जाती है या स्टेडियम के बाहर जाती है तो चौथा अंपायर लाइब्रेरी में मौजूद गेंदों से उसे बदलेगा। पुरानी गेंद जब वापस आएगी तो गेंद को एल्कोहल युक्त वाइप्स/यूवी सी से सैनेटाइज किा जाएगा और लाइब्रेरी में रख दिया जाएगा।”

जानकारी के मुताबिक, क्रिकेट गेंदों को लेकर जो नई रिसर्च की गई है उसके मुताबिक गेंद से कोरोनावायरस होने की संभावना बहुत कम है, लेकिन बोर्ड किसी तरह का कोई जोखिम नहीं लेना चाहता। कुछ खिलाड़ी कोविड से संक्रमित पाए गए थे इसलिए यह टूर्नामेंट बीच में ही रोक दिया गया था। ऐसी भी चर्चा है कि बोर्ड स्टेडियम में फैंस को लाने पर विचार कर रहा है, लेकिन फैंस स्टेडियम के उपर टिएर में ही बैठेंगे। बीसीसीआई ने यह भी साफ किया है कि वॉशरूम के अलावा कहीं और थूंकना मना होगा।

खिलाड़ी और सपोर्ट स्टाफ को छह दिन के आइसोलेशन से गुजरना होगा। इसके अलावा बायो बबल में आने से पहले उनका तीसरा टेस्ट निगेटिव आना जरूरी हैं। इंग्लैंड में खेल रहे भारतीय खिलाड़ी हालांकि दुबई में क्वारंटीन पीरियड से नहीं गुजरेंगे, लेकिन इसके लिए उन्हें बबल टू बबल ट्रांसफर की शर्तों को पूरा करना होगा। वहीं भारत के इंग्लैंड दौरे के बाद, साउथ अफ्रीका के श्रीलंका दौरे के बाद और कैरिबियन प्रीमियर लीग से आने वाले खिलाड़ी, टीम सपोर्ट स्टाफ, कॉमेंटेटर, ब्रॉडकास्ट क्रू बायो सिक्योर वातावरण में रहेंगे और टीम होटल से सीधे विमान में बैठेंगे। एयरपोर्ट पर उन्हें इमिग्रेशन और बाकी अन्य चीजों से छूट मिल जाएगी।

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