नई दिल्ली । जन्म के समय दुनिया के सबसे छोटे बच्चे को अब 13 महीने अस्पताल में बिताने के बाद घर भेज दिया गया है। जन्म के समय इस बच्ची का वजन महज 212 ग्राम था। ऐसा कहा जा सकता है कि बच्ची का वजन एक सेब जितना था। बता दें कि बच्ची का क्वेक यू शुआन है.। यह पिछले साल 9 जून को सिंगापुर के नेशनल यूनिवर्सिटी हॉस्पिटल में पैदा हुई थी। यह बच्ची गर्भ धारण करने के केवल 25 हफ्ते बाद ही पैदा हो गई थी, यानी बच्ची का जन्म अपने तय समय से चार महीने पहले हो गया था।बता दें कि जन्म के समय बच्ची की लंबाई सिर्फ 24 सेंटीमीटर थी। बच्ची इतनी छोटी थी कि जब जन्म के बाद उसे नवजात गहन चिकित्सा इकाई में ले जाया गया तो नर्स को अपनी आंखों पर भरोस ही नहीं हुआ। नर्स ने कहा, मैंने अपने 22 साल के करियर में ऐसा मामला नहीं देखा है, इतनी छोटी बच्ची थी।
क्वेक यू शुआन को 13 महीने तक आईसीयू में रखा गया था। एक समय पर आकर बच्ची की तबियत बेहद बिगड़ गई थी। उसे वेंटिलेटर पर रखना पड़ा था. ऐसा कहा जाता है कि ये बच्ची प्रीमेच्योर केस में दुनिया की सबसे छोटी बच्ची है।
बच्ची का इलाज करना भी चुनौतियों भरा था. उसकी त्वचा इतनी नाजुक थी कि डॉक्टर उसकी जांच नहीं कर सकते थे, उसका शरीर इतना छोटा था कि डॉक्टरों को सबसे छोटी श्वास नली की तलाश करनी पड़ती थी और उसके देखभाल करने वालों को डायपर काटने पड़ते थे ताकि वे फिट हो सकें। आयोवा विश्वविद्यालय द्वारा सबसे नन्हा शिशु रजिस्ट्री के अनुसार, इससे पहले जन्म के समय सबसे हल्के बच्चे का पिछला रिकॉर्ड अमेरिका में 2018 में पैदा हुई एक लड़की के पास था, जिसका वजन 245 ग्राम था।
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