गरीबी, असमानता, निरक्षरता और आतंकवाद को भारत छोड़ो कहने का समय आ गया : संस्कृति मंत्री

नई दिल्ली । केंद्रीय संस्कृति, पर्यटन और पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री (डोनर) जी. किशन रेड्डी ने आज नई दिल्ली में राष्ट्रीय अभिलेखागार में `भारत छोड़ो आंदोलन` की 79वीं वर्षगांठ के अवसर पर एक प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। संस्कृति राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल और श्रीमती मीनाक्षी लेखी भी इस अवसर पर उपस्थित थीं। आजादी के 75वें वर्ष के उपलक्ष्य में मनाए जा रहे `आजादी का अमृत महोत्सव` के तहत `भारत छोड़ो आंदोलन` पर एक प्रदर्शनी राष्ट्रीय अभिलेखागार में लगाई गई है।

संस्कृति सचिव, राघवेंद्र सिंह; महानिदेशक, एनएआई चंदन सिन्हा; संस्कृति मंत्रालय में अपर सचिव रोहित कुमार सिंह और पार्थ सारथी सेन शर्मा; संयुक्त सचिव, सुश्री अमिता प्रसाद सरभाई, सुश्री लिली पांडेय और संस्कृति मंत्रालय व राष्ट्रीय अभिलेखागार के अन्य अधिकारी भी उद्घाटन समारोह के दौरान उपस्थित थे। भारत छोड़ो आंदोलन से जुड़ी प्रदर्शनी का उद्घाटन करने के बाद आगंतुक रजिस्टर पर हस्ताक्षर करते हुए किशन रेड्डी ने लिखा, अब जबकि हम भारत छोड़ो आंदोलन के 79वें वर्ष का जश्न मना रहे हैं, इस आंदोलन के आदर्श आज भी प्रासंगिक हैं। 1942 में महात्मा गांधी के भारत छोड़ो आंदोलन ने औपनिवेशिक ताकतों को खदेड़ दिया। आज के नए भारत में, जैसा कि पिछले साल प्रधानमंत्री द्वारा साझा किया गया था, हम सभी गरीबी, असमानता, अशिक्षा, खुले में शौच, आतंकवाद और भेदभाव को मिटाने और इन बुराइयों को भारत छोड़ो कहने का संकल्प ले सकते हैं।

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