छत्तीसगढ़ महतारी मंदिर में छत्तीसगढ़ महतारी की विधि-विधान एवं पूरे हर्षोल्लास के साथ की गई पूजा-अर्चना

कोरबा 8 अगस्त (वेदांत समाचार) । हरेली पर्व के अवसर पर हसदेव नदी के तट पर स्थित भवानी मंदिर के पास निर्मित छत्तीसगढ़ महतारी मंदिर में छत्तीसगढ़ महतारी की विधि-विधान एवं पूरे हर्षोल्लास के साथ पूजा-अर्चना किया गया। रविवार की सुबह 11 बजे से छत्तीसगढ़ महतारी मंदिर में शांति देवी मेमोरियल सोसायटी के सहयोग से एवं छत्तीसगढ़ महतारी सेवा समिति के नेतृत्व में राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल के मुख्यआत्थ्यि, महापौर राजकिशोर प्रसाद के अध्यक्षता एवं छत्तीसगढ़ महतारी सेवा समिति के संरक्षक हरीशचंद निषाद, सभापति श्याम सुंदर सोनी, यू.आर.महिलांगे, मोहन प्रधान, प्यारेलाल चौधरी, दिगम्बर कर्ष, घनश्याम श्रीवास के विशिष्ट आतित्थ्य में हरेली महोत्सव को धुमधाम से मनाया गया।


कार्यक्रम के प्रारंभ में मुर्ति एवं कृर्षि उपकरणों की पूजा अर्चना की गई तत्पश्चात् गेड़ी दौड़, नारियल फेंक, फुगड़ी, कब्बडी, खो-खो, कुर्सी दौड़ प्रतियोगिता आयोजित किया गया। मंचीय कार्यक्रम में अरपा पैरी राजकीय गीत की प्रस्तुति के साथ छत्तीसगढ़ी लोक संस्कृति के रंगारंग कार्यक्रम किया गया। इस अवसर पर राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने छत्तीसगढ़ की लोकप्रिय लोक पर्व हरेली पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य में हरेली पर्व विशेष महत्व रखता है छत्तीसगढ़ एक कृर्षि प्रधान प्रदेश है इसलिए छत्तीसगढ़ को धान का कटोरा कहा गया है। राजस्व मंत्री ने कहा कि सावन के महिने में छत्तीसगढ़ के किसान खेती किसानी की शुरूवात करते हुए आज ही के दिन कृर्षि उपकरणों की पूजा अर्चना करते हुए हरेली पर्व का उत्सव मनाते हैं।


राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने बताया कि प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल जी ने छत्तीसगढ़ के पारम्परिक पर्व हरेली पर सार्वजनिक अवकाश घोषित कर प्रदेश के किसानों का मान बढ़ाया है। महापौर राजकिशोर प्रसाद ने अपने उद्बोधन में छत्तीसगढ़ प्रदेश सरकार के कारगार योजनाओं पर प्रकाश डालते हुए कहा कि पिछले वर्ष हरेली पर्व के दिन से गोधन न्याय योजना का शुभारंभ किया गया था। इसी प्रकार इस लोक पर्व से जूड़ी छत्तीसगढ़ सरकार की जन कल्याणकारी योजना नरवा-गरवा-घुरवा-बाड़ी, राजीव गांधी किसान न्याय योजना, मुख्यमंत्री वृक्षारोपण प्रोत्साहन योजना, रोका-छेका अभियान, धरसा विकास योजना, ग्रामीण भूमिहिन कृर्षि मजदूर न्याय योजना पर प्रकाश डाला।
छत्तीसगढ़ महतारी सेवा समिति के अध्यक्ष मोहन प्रधान ने हरेली पर्व के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होने बताया हरेली पर्व को अब राजकीय तिहार का दर्जा दिया गया है। हरेली पर्व को सार्वजनिक रूप से छत्तीसगढ़ महतारी सेवा समिति के नेतृत्व में मनाते हुए आज 17वां वर्ष है। उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ महतारी का मंदिर कोरबा – दर्री मार्ग पर स्थित भवानी मंदिर परिसर के निकट बने इस मंदिर का निर्माण कोरबा विधायक जयसिंह अग्रवाल के सहयोग से शांति देवी मेमोरियल सोसाईटी के द्वारा कराया गया है। मंदिर को आकर्षक ढंग से स्वर्ण रंग से सजाया गया है जो लोगों का मन अपनी तरफ बरबस ही खींच लेता है। सर्वाधिक महत्व की बात यह है कि छत्तीसगढ़ महतारी की प्रतिमा को सावन के मौसम के अनुरूप छायी हरियाली को मद्देनज़र रख हरियर लुगरा और छत्तीसगढ़ के पारंपरिक गहनों से सजाया गया है। कार्यक्रम स्थल पर वन विभाग के सौजन्य से वृक्षारोपण किया गया कार्यक्रम में उपस्थित मुख्य अतिथि, विशिष्ट अतिथि एवं अतिथीगणों ने वृक्षारोपण किया।


मंचीय कार्यक्रम का सफल संचालन घनश्याम श्रीवास एवं अभार प्रदर्शन हरीशचंद निषाद ने किया। इस अवसर पर सपना चौहान, कुसुम द्विवेदी, धुरपाल सिंह कंवर, राजेन्द्र सिंह ठाकुर, मनीराम साहू, आशीष अग्रवाल, मनीष शर्मा, मस्तुल कंवर, सुधीर जैन, बसंत चन्द्रा, सनीष कुमार, सुनील पटेल, रोपा तिर्की, मोहन गोयल, दुष्यंत शर्मा, रजनीष निषाद, रामाधार पटेल, देव बघेल, कार्तिकराम कैवर्त, बसंत मण्डल, रामू पाण्डे, रामकृष्ण चौहान, संतोष कर्ष, पवन जांगड़े, धिरमनदास महंत, अमृता निषाद, लता कैवर्त, गीता महंत, गीता गभेल, क्रांति सोनी, वेदमति चौहान, शालु पनरिया, श्याम बाई, मुन्नी नायक, राजमहंत पटेल, लक्ष्मी महंत, माधुरी ध्रुव, तारकेश्वरी शर्मा, लता, सरस्वती कंवर, छत कंवर, मुन्नी महंत, बसंती कैवर्त, मालती साहू, पूर्णिमा साहू, लता चौहान, मुनेश्वर दुबे, भोला यादव, सुनिता केसरवानी, क्रांति यादव, शशी साहू, रमेश नवरंग, सुरेश राठौर, परमानंद, बनवारी आदित्य, बी.सी. नामदेव, ममता अग्रवाल, संतोष महंत, संतोषी यादव, विवेक श्रीवास, रंजीता बड़ा, सीमा कुर्रे, नूरआबदीन, प्रभात डड़सेना, सीमा उपाध्याय, गौरी चौहान, चेतना मरकाम सहित अनेक लोग उपस्थित थे।

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