पालघर: महाराष्ट्र के पालघर जिले से एक सनसनीखेज वारदात सामने आई है. यहां के विरार इलाके में कोरोना का ऐसा खौफ देखने को मिला कि बेटियों ने टेस्ट कराने के डर से बुजुर्ग पिता का शव तीन दिन तक घर में रखा. इस दौरान एक बेटी ने सुसाइड भी कर लिया जबकि अपनी जान देने की कोशिश करने वाली दूसरी बेटी को किसी तरह बचा लिया गया.
कोरोना के डर से रखा शव
बेटियों को डर था कि उनके पिता की मौत के बाद उनकी भी कोरोना जांच की जाएगी और संक्रमित मिलने पर उन्हें आइसोलेशन में रखा जाएगा. अरनाला सागरी थाने के सीनियर इंस्पेक्टर राजू माने ने कहा कि रिटायर्ड राशन अधिकारी हरिदास सहरकर का क्षत-विक्षत शव विरार के गोकुल कस्बे में उनके घर से मिला.अधिकारी ने बताया कि मामला तब सामने आया जब सहरकर की छोटी बेटी स्वप्नाली (36) ने दिन में नवापुर में समंदर में छलांग लगा दी और स्थानीय लोगों ने उसे बचा लिया. उन्होंने कहा कि मामले की जांच से पता चला कि सहरकर की रविवार को घर पर ही मौत हो गई थी, जिसके बाद परिवार ने इस डर से उनके शव को घर पर रख लिया कि वे लोग भी कोरोना की चपेट में न आ जाएं और फिर उन्हें आइसोलेशन में रहना पड़ेगा.
बेटी ने समंदर में कूदकर दी जान
सीनियर इंस्पेक्टर राजू माने ने कहा कि मृतक व्यक्ति की बड़ी बेटी विद्या (40) ने नवापुर में समंदर में कूदकर सुसाइड कर लिया और उसका शव पुलिस ने बरामद किया. मृतक की छोटी बेटी ने उसी तरह आत्महत्या की कोशिश की लेकिन उसे बचा लिया गया.
अधिकारी ने बताया कि पुलिस शुरू में सुसाइड मामले की जांच कर रही थी और अब हादसे की वजह से मौत के दो मामले दर्ज कर लिए गए हैं. पुलिस की निगरानी में मृतक का अंतिम संस्कार भी किया गया है और मामले की जांच की जा रही है.
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