हाथी प्रभावित परिवारों को जल्द मिलेगी क्षतिपूर्ति, कलेक्टर ने तेजी से प्रकरणों के निपटारे के दिए निर्देश-

कोरबा 27 जुलाई (वेदांत समाचार) । कलेक्टर श्रीमती रानू साहू ने आज समय सीमा की साप्ताहिक बैठक में जिले में हाथियों से होने वाले नुकसान और इन प्रकरणों में प्रभावितों को मिलने वाली क्षतिपूर्ति-मुआवजा की भी विस्तृत जानकारी वन मण्डला धिकारियों से ली। कलेक्टर ने हाथियों के कारण होने वाले जान-माल के नुकसान के लिए सरकार द्वारा निर्धारित मापदण्डों पर क्षतिपूर्ति राशि जल्द से जल्द प्रभावितों को उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। उन्होंने समय सीमा की बैठक के दौरान विशेषकर कटघोरा और पसान क्षेत्र में हाथियों के आतंक के बारे में विस्तृत जानकारी अधिकारियों से ली।

कटघोरा वनमण्डल की डीएफओ श्रीमती शमा फारूखी ने बताया कि मार्च महीने तक हाथियों से हुए नुकसान के लिए क्षतिपूर्ति प्रकरणों का निपटारा कर दिया गया है। पिछले दो-तीन महीनों में लगभग 13 लाख रूपए के ऐसे प्रकरण लंबित हैं। वित्त विभाग के सर्वर मे तकनीकी त्रुटि होने के कारण इन प्रकरणों के लिए वन विभाग द्वारा राशि उपलब्ध कराने में देरी हो रही है। श्रीमती फारूखी ने राशि प्राप्त होते ही प्रकरणों का निपटारा कर प्रभावितों को क्षतिपूर्ति उपलब्ध कराने का आश्वासन बैठक में दिया।


अगले तीन दिनों में कराएं बच्चों के वजन की डाटा एंट्री, कलेक्टर के निर्देश – समय सीमा की साप्ताहिक बैठक में महिला एवं बाल विकास विभाग की काम काज की समीक्षा करते हुए कलेक्टर श्रीमती रानू साहू ने अगले तीन दिनों में वजन त्यौहार के दौरान लिए गए बच्चों के वजन की प्रादेशिक आॅनलाइन पोर्टल में डाटा एंट्री कराने के निर्देश अधिकारियों को दिए। उन्होंने पोर्टल में बच्चों के वजन की एंट्री के दौरान खास सावधानी रखने के निर्देश भी दिए। जिला कार्यक्रम अधिकारी आनंद किस्पोट्टा ने बताया कि वजन त्यौहार के दौरान कोरबा जिले में लगभग एक लाख आठ हजार बच्चों का वजन लिया गया है।

प्रारंभिक विश्लेषण पर जिले में कुपोषण दर में कमी परिलक्षित हो रही है। कलेक्टर श्रीमती रानू साहू ने आंगनबाड़ी केन्द्रों के संचालन के लिए भी जिला कार्यक्रम अधिकारी को निर्देशित किया। उन्होंने आंगनबाड़ी केन्द्रों की अच्छी तरह से साफ-सफाई कराकर ही बच्चों को गर्म भोजन के लिए बुलाने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने बच्चों को गर्म भोजन कराने के दौरान ही कविताओं, गानों और अन्य दूसरी विधियों से अक्षर ज्ञान तथा दूसरी गतिविधियों से जोड़ने के निर्देश भी दिए। श्रीमती साहू ने समय-समय पर रेडी-टु-इट पूरक पोषण आहार की गुणवत्ता जांच के लिए भी जिला कार्यक्रम अधिकारी को कहा।

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