रायगढ़ 26 जुलाई (वेदांत समाचार) . छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में इलाज के दौरान जबरिया महिला की किडनी निकालने का संगीन आरोपी चिकित्सकों पर लगा है. महिला का आरोप है कि वो पथरी का इलाज कराने के लिए खरसिया के निजी अस्पताल में गई थी. पेट में दर्द होने पर जांच में पता चला था कि पथरी की समस्या है. इसके बाद अस्पताल में भर्ती हुई. इसी दौरान चिकित्सकों ने उसकी एक किडनी निकाल ली. करीब पांच महीने पुराने इस मामले में अब प्रशासन ने जांच तेज कर दी है.
रायगढ़ के खरिसाया स्थित वनांचल केयर अस्पताल में बीते 26 मई को जांजगीर-चांपा जिले की एक महिला ने पथरी का इलाज कराया था. इलाज के बाद महिला व उसके परिजनों ने अस्पताल में हंगामा किया और मामले में पुलिस थाने में भी शिकायत की. इसी मामले में जिला प्रशासन ने जांच के निर्देश दिए थे. मामले की जांच स्वास्थ्य विभाग के ज्वाइन्ट डायरेक्टर ने शुरू की है. हाल ही में जांच को पहुंची बिलासपुर संभाग के स्वास्थ्य विभाग की ज्वाइन्ट डायरेक्टर डॉ. मधुलिका सिंह ने सभी पक्षों से बातचीत की. डॉ. सिंह ने बताया कि मामले में जल्द ही रिपोर्ट शासन को सौंप दी जाएगी. अस्पताल ने दिए ये तर्क मरीज के परिजनों ने आरोप लगाया है कि बगैर जानकारी दिए ही महिला की किडनी चिकित्सकों ने निकाल ली.
वहीं अस्पताल प्रबंधन सभी आरोपो को खारिज कर रहा है. प्रबंधन की ओर से डॉ. संजय अग्रवाल ने बताया कि महिला की एक किडनी खराब हो चुकी थी. उसकी किडनी निकालने को लेकर परिजनों को जानकारी दी गई. उनकी इजाजत के बाद ही आगे की कार्रवाई की गई. परिजन अस्पताल प्रबंधन पर बेबुनियाद आरोप लगा रहे हैं।
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