नरेन्द्र मेहता / रायपुर : यह बात हर किसी को पता है कि छतीसगढ़ कांग्रेस के अंदर सबकुछ ठीक नहीं चल रहा हैं.ओर इसकी वजह ढाई ढाई साल के लिए मुख्यमंत्री बनने की बात है. हालांकि यह भी स्पष्ट हो चुका हैं कि मुख्यमंत्री भूपेश बधेल ही पूरे पांच साल तक बने रहेंगे. इस बात का मलाल स्वास्थ्य मंत्री टी.एस. सिंहदेव के समर्थकों में अब भी देखने को मिल रहा हैं. बता की प्रथम चरण में ढाई साल भूपेश बघेल और द्वितीय चरण में बचे ढाई साल टी.एस. सिंहदेव को मुख्यमंत्री मीडिया खबरों के अनुसार बनना था. हालांकि कांग्रेस हाईकमान की ओर से कभी भी ऐसी गाइड लाइन नहीं दी गई थी.
भूपेश बघेल का पूरे पांच साल तक मुख्यमंत्री बने रहना सिंहदेव समर्थकों को मन ही मन अच्छा नहीं लग रहा हैं.धीरे धीरे इनका क्रोध बाहर भी निकल रहा हैं.गत दिवस रामानुजगंज के कांग्रेस विधायक बृहस्पति सिंह ने जो आरोप लगाया हैं उससे तो ऐसा लगता हैं कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के समर्थन में बात करने वालो के पीछे सिंहदेव समर्थक हाथ धोकर पीछे पड़ जाते हैं और उस पर हमला तक करने में पीछे नहीं रहते.इससे यह बात तो साफ हो गई हैं कि छतीसगढ़ कांग्रेस में खटपट खत्म नहीं हुई हैं.
बताया जा रहा हैं कि शनिवार को जब विधायक बृहस्पति सिंह का काफिला बंगाली चौक, संजय पार्क से गुजर रहा था तो उसी दौरान विधायक की गाड़ी के ठीक पीछे चल रही कार को कुछ युवकों ने रोका और तोड़फोड़ की घटना को अंजाम दिया। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस विधायक बृहस्पति सिंह के काफिले पर हुए हमले के मामले में नया मोड़ सामने आया है। विधायक ने घटना के लिए राज्य के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव को जिम्मेदार बताया है। उन्होंने कहा कि टीएस सिंह देव ने ही मेरे ऊपर जानलेवा हमला करवाया। पुलिस के द्वारा कुछ लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है। हालांकि पूरे मामले पर टीएस सिंह सहदेव ने कहा है कि ऐसी घटनाओं को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है।
बृहस्पति सिंह ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि मेरे ऊपर हमले करने की योजना उनकी थी। इसके पीछे का कारण मुख्यमंत्री के समर्थन में मेरे द्वारा दिया गया बयान है। संयोग से उस गाड़ी में मैं नहीं था अगर मैं होता तो मेरे ऊपर गोली भी चलायी जा सकती थी। यह बहुत दुर्भाग्य जनक है। इस मुद्दे पर हम पार्टी आलाकमान और मुख्यमंत्री जी से बात करेंगे। इधर मामले पर सरगुजा एसपी अमित कुमार का कहना है कि विधायक के काफिले के पीछे चल रहे वाहन में जिसमें विधायक के पीएसओ उनसे कल झगड़ा हुआ था. पुलिस ने धारा 294, 506, 341 और 427 के तहत एफआईआर दर्ज कर 3 लोगों को हिरासत में लिया है. इनमें मुख्य आरोपी सचिन सिंहदेव और दो अन्य हैं. पुलिस मामले की और गंभीरता से जांच कर रही है.कांग्रेस विधायक बृहस्पति सिंह के आरोप के बाद तो यह बात साफ हो गई हैं ढाई ढाई साल के लिए मुख्यमंत्री बनने के फंडे के कारण छतीसगढ़ कांग्रेस में खटपट पूरी तरह से खत्म नहीं हुई हैं।
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