0 मृतको के परिजन महीनो बाद भी अस्थि लेने नही पहुँचे शमशान
रायपुर । जून माह में कोरोना बीमारी से मृत लोगों के अंतिम संस्कार के उपरांत एकत्र अस्थियां, जिन्हें उनके परिवार के सदस्य अब तक लेने नहीं आए है। उसका धार्मिक रीति रिवाज के अनुसार विसर्जन की अनुमति रायपुर कलेक्टर को पत्र सौंपा है ।
विनोद तिवारी ने आज रायपुर कलेक्टर सौरभ कुमार से मिल चर्चा कर पत्र सौंपा पत्र में कहा की विगत कुछ महीनों में कोरोना संक्रमण से सैकड़ों की जान गई। बेहद कठिन समय और विपरीत हालात में प्रशासन ने मृतकों का अंतिम संस्कार किया।अपनी जान जोखिम में डालकर प्रशासन के अधिकारी कर्मचारियों ने मृतकों को आखिरी विदाई दी।
कुछ अज्ञात व्यक्तियों का भी इस दौरान अंतिम संस्कार किया गया। प्रशासन ने अपना कर्तव्य का निर्वाह करते हुए करीब सैकड़ों अज्ञात मृतकों की अस्थियां भी एकत्रित कर सुरक्षित रखी हैं।
हिंदू परंपरा के मुताबिक तीसरे दिन ही अस्थियां चुनकर किसी पवित्र नदीं में विसर्जित किया जाता है। लंबे समय बाद अब यह उम्मीद नहीं है कि मृतकों के परिजन अब अस्थियों को लेने आएंगे।ऐसे में हमारा सामाजिक दायित्व है कि मृतकों की अस्थियों को हिंदू परंपराओं और पूर्ण विधि विधान से आखिरी विदाई दें।
इसलिये कलेक्टर रायपुर विसर्जन के लिए हमें अनुमति प्रदान करें, ताकि एक सामाजिक जिम्मेदारी निभाते हुए कोरोना महामारी में अपनी जान गंवाने वालों को आखिरी वक्त में सम्मान और मुक्ति प्रदान कर सकें।
रायपुर कलेक्टर सौरभ कुमार ने चर्चा के दौरान कहा की क़ानूनी प्रक्रिया पूरी कर अनुमति दी जा सकती है। एसडीएम को आगे की कार्यवाही के लिए निर्देशित किया 7 दिवस की नोटिस जारी के बाद अनुमति प्रदान करने की बात कही है।
विनोद तिवारी ने कहा की क़ानूनी प्रक्रिया पूरी होने के उपरांत 26 जून शनिवार को महादेवघाट में प्राप्त अस्थियों का हिंदू परंपराओं और पूर्ण विधि विधान से आखिरी विदाई दी जाएगी अगर किसी भी मृतक के परिजन इस अस्थि विसर्जन में शामिल होना चाहे तो वो भी सम्मिलित हो अस्थि विसर्जन करे।
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