गैस और ब्लोटिंग की समस्या- जिन लोगों को अक्सर खाने-पीने से गैस और एसिडिटी की समस्या रहती है उन्हें फूलगोभी का सेवन न के बराबर करना चाहिए। गोभी में कार्बोहाइट्रेट होते हैं, जिससे पाचन से जुड़ी समस्याएं बढ़ सकती हैं। गोभी की सब्जी या पराठे खाने के बाद आपको गैस और ब्लोटिंग की समस्या हो सकती है। इसलिए गोभी का सेवन न करें।
थायराइड में गोभी नहीं खाएं- अगर आपको थायराइड की समस्या है तो फूलगोभी न खाएं। इससे आपकी मुश्किलें और बढ़ सकती हैं। फूलगोभी खाने से थायराइड ग्लैंग में आयोडीन के इस्तेमाल करने की शक्ति कम हो जाती है। जिससे मुश्किल हो सकती है। फूल गोभी खासतौर से T3 और T4 हार्मोन के लेवल को प्रभावित कर सकती है। इसलिए थायराइड के मरीज कम से कम फूलगोभी खाएं।
पथरी होने पर न खाएं गोभी- फूल गोभी का सेवन पथरी की समस्या होने पर भी नहीं करना चाहिए। इससे नुकसान हो सकता है। खासतौर से गॉलब्लैडर और किडनी में पथरी होने पर फूल गोभी खाने से बचना चाहिए। फूल गोभी में कैल्शियम होता है जिससे पथरी की परेशानी और बढ़ सकती है।
ब्लड क्लॉटिंग होने पर- अगर आपको ब्लड क्लोटिंग की शिकायत रहती है तो फूलगोभी का सेवन बिल्कुल न करें। फूलगोभी में पोटैशियम काफी ज्यादा होता है जिससे शरीर में खून और गाढ़ा हो सकता है। इसलिए गोभी का सेवन सीमित करें या फिर न खाएं।
प्रेगनेंसी में न खाएं गोभी- गर्भावस्था के दौरान भी आपको फूल गोभी का सेवन करने से बचना चाहिए। इससे कई तरह की समस्याएं पैदा हो सकती हैं। खासतौर से प्रेग्नेंसी में गैस, एसिडिटी और अपच की समस्या ट्रिगर कर सकती है। इसलिए गोभी से परहेज करना जरूरी है।