चांपा में ऐरन परिवार द्वारा आयोजित महामंगलपाठ और परोजन उत्सव संपन्न, 15 बच्चों का कान-नाक छेदन संस्कार किया गया

चांपा, 13 दिसंबर 2024। चांपा के लक्षनपुर स्थित दादी मंदिर में ऐरन परिवार द्वारा आयोजित महामंगलपाठ और परोजन उत्सव संपन्न हुआ। इस अवसर पर 15 बच्चों का कान-नाक छेदन संस्कार किया गया।

कार्यक्रम में बड़ी संख्या में महिलाओं और पुरुषों ने भाग लिया और दादी जी की पूजा-अर्चना की। अभिषेक अग्रवाल खरसिया ने अपनी सामधुर वाणी से दादी भजन करके भक्तों को भाव-विभोर कर दिया।

कार्यक्रम के दौरान, ऐरन परिवार ने अतिथियों का स्वागत किया और उन्हें दादी रसोई का प्रसाद प्रदान किया। कार्यक्रम में उत्साह और उमंग का माहौल था।

इस अवसर पर रोशन लाल अग्रवाल और जगदीश प्रसाद ने बताया कि हम सदियों से अपने रीति-रिवाजों को मानते आ रहे हैं। इन रीति-रिवाजों में संस्कारों की अहम भूमिका है। जिस बालक का मुंडन हो जाता है, उसका कान नाक छेदना भी एक संस्कार है।

शारीरिक स्वास्थ्य और सुरक्षा के लिए बालिका के दोनों कान छेदे जाते हैं। छेदने के बाद सोने या फिर अन्य धातु के कुंडल पहनायें जाते हैं। कान की नस का अंडकोष की नस के साथ सीधा संबंध है, इससे पुरुष की नपुंसक्ता तथा महिलाओं की बंध्यता भी दूर हो जाती है।

कार्यक्रम में बड़ी संख्या में महिलाएं और पुरुष उपस्थित थे। इस अवसर पर ऐरन परिवार के सदस्यों ने दादी जी की पूजा-अर्चना की और प्रसाद वितरण किया।