खरमास 2024 शुरू होते ही बंद हो जाएगी शहनाइयों की गूंज, दिसंबर की इस डेट को होगा आखिरी विवाह…

दिसंबर का पहला पखवाड़ा शहर में शहनाइयों की गूंज से गूंजायमान है। साल 2024 के अंतिम विवाह मुहूर्त ने हर ओर उल्लास और उत्साह का माहौल बना दिया है। शुभ मुहूर्तों की शुरुआत हो चुकी है और अब छह शुभ तिथियां शेष हैं।
14 दिसंबर को साल का आखिरी विवाह मुहूर्त होगा। फिर पौष मास प्रारंभ होते ही विवाह वर्जित हो जाएंगे। देवकार्य जारी रहेंगे। मांगलिक कार्यों के लिए नए वर्ष की प्रतीक्षा करनी होगी। 14 दिसंबर के बाद पौष मास की शुरुआत होगी, जिसमें शुभ कार्य वर्जित माने जाते हैं।

दिसंबर के महीने में शादी के मुहुर्त


ज्योतिषाचार्य पंडित महात्मा प्रसाद तिवारी ने बताया कि देव पंचांग अनुसार 4 दिसंबर पानी ग्रहण का समय शाम 6:30 से रात्रि 8:16 तक, छह दिसंबर को पानी ग्रहण का मुहूर्त सुबह 7:14 से सुबह 9:20 तक, दिन में 2:15 से 3:56 तक, शाम को 4:30 से 6:6 तक, रात में 2:42 से 4:55 तक


सात दिसंबर पानी ग्रहण का मुहूर्त सुबह 7:10 से 9:16 तक, दिन में 2:11 से 3:52 तक, 12 दिसंबर पानी ग्रहण का मुहूर्त सुबह 6:50 से 8:56 तक और 14 दिसंबर पानी ग्रहण मुहूर्त रात 4:23 से रात 6:39 तक है। इसी तरह पुष्पांजलि पंचांग में विवाह मुहूर्त दिसंबर में 2, 3, 4, 9, 10, 11 और 14 तारीख है।


14 दिसंबर को व्रत पूर्णिमा है। 14 दिसंबर को शाम पांच बजे से पूर्णिमा है, इसमें व्रत कर सकते हैं। 15 को दोपहर 2:30 तक पूर्णिमा रहने वाली है। इसके बाद प्रतिपदा तिथि लग जाएगी। 15 तारीख को स्नान दान पूर्णिमा होगी। दोपहर 2:30 के बाद प्रतिपदा तिथि लग रही है। इसी के साथ पौष मास शुरू हो जाएगा।