कृषि मंत्री चौबे के इलाके में ही किसान से रिश्वतखोरी, ऋण पुस्तिका के नाम पर पटवारी की गंदी करतुत

बेमेतरा। एक तरफ सरकार प्रदेश के किसानों की सहुलियत, आर्थिक लाभ और उनके बेहतर भविष्य के लिए योजनाओं पर योजनाएं लागू कर रही है, तो दूसरी तरफ किसानों को परेशान करने वालों, उनसे रिश्वत लेने वाले सरकारी मुलाजिमों की भी छत्तीसगढ़ में कोई कमी नहीं है। ताजा मामला प्रदेश के कृषि मंत्री रवीन्द्र चौबे के गृह जिले से सामने आया है, जहां एक किसान से ऋण पुस्तिका बनाने के नाम पर पटवारी रिश्वत वसूले जा रहा है, पर उस किसान को ऋण पुस्तिका बनाकर नहीं दे रहा है।

बेमेतरा जिले में पटवारी से परेशान होकर किसान ने घूस लेते हुए वीडियो बना लिया। जिसमें ऋण पुस्तिका बनाने के नाम पर पटवारी द्वारा 5 हजार रुपए लेते साफ-साफ नजर आ रहा है। किसान ने इस मामले की शिकायत राजस्व विभाग और कलेक्टर बेमेतरा से भी की है, लेकिन इस रिश्वत प्रकरण में पटवारी के खिलाफ अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो पाई है।

रिश्वतखोरी का यह प्रकरण बेमेतरा जिले के बेरला ब्लॉक के ग्राम रांका का है। जहां हल्का पटवारी शंकर लाल नेताम किसान से ऋण पुस्तिका बनाने के एवज में अब तक 9500 रूपए ले चुका है। चार माह बीत जाने के बाद भी किसान को ऋण पुस्तिका बनाकर नहीं दिया। यह घटना शुक्रवार को शाम करीब 5 बजे की है। मामले में परेशान किसान चंद्रिका साहू ने पटवारी का 5 हजार रूपए घूस लेते वीडिया बना लिया, जो सोशल मीडिया में जमकर वायरल है।

इतना ही नहीं किसान चंद्रिका साहू ने इस मामले की शिकायत कलेक्टर से भी की है। और कलेक्टर को पटवारी द्वारा 5 हजार घूस लेते वीडिया की सीडी सौंपकर कड़ी कार्रवाई की मांग भी की है।

तीन किश्तों में वसूल चुका 9500 रुपए

किसान चंद्रिका साहू ग्राम कठिया के रहने वाले है। उन्होंने बताया कि ग्राम रांका में उनकी डेढ़ एकड़ जमीन है। जिसकी ऋण पुस्तिका बनवाने के लिए पटवारी कार्यालय के चक्कर काट रहा था। पटवारी शंकर लाल नेताम ऋण पुस्तिका तैयार करने के एवज में दो हजार रुपये मांगा था। इस तरह उन्होंने करीब 4500 रूपए ले लिया। चार माह बीतने के बाद पटवारी ने ऋण पुस्तिका बन जाने की बात कहकर पटवारी कार्यालय रांका बुलाया। जहां उन्होंने तहसीलदार का हस्ताक्षर नहीं होने की बात कहकर 5 हजार रुपए और देने को कहा था।