पटना: कोरोना संक्रमण की रफ्तार थमने के बाद अब देश के कई राज्यों में ब्लैक फंगस के मरीजों में बढ़ोतरी हो रही है। रोजाना कई राज्यों से सैकड़ों मरीज मिल रहे हैं। इसी बीच ब्लैक फंगस से जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आई है। दरअसल पटना के इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान के डॉक्टरों ने एक मरीज के मस्तिष्क से क्रिकेट बॉल से भी बड़ा ब्लैक फंगस निकाला है। गनिमत ये है कि फंगस मरीज के आंख तक नहीं पहुंचा, वरना आंख को बचा पाना मुश्किल हो सकता था। इस तरह का यह पहला केस है।
ईएनटी के विभागाध्यक्ष डॉ राकेश ने बताया कि जमुई निवासी 60 वर्षीय अनिल कुमार को मिर्गी जैसे दौरे पड़ रहे थे। वह बार-बार बेहोश हो रहे थे और उनकी स्थिति गंभीर होती जा रही थी। उन्हें यह समस्या 15 दिन से थी। पहले वह घर पर ही इसका इलाज करा रहे थे। जब स्वजन उन्हें आईजीआईएमएस लेकर आए तो जांच में पता चला कि मस्तिष्क में ब्लैक फंगस का संक्रमण है। इसके बाद निर्णय लिया गया कि उनकी सर्जरी जल्द से जल्द की जाए।
डॉक्टरों का कहना है कि मरीज के फंगस नाक के जरिए ब्लैक फंगस उनके दिमाग तक पहुंच गया था। हालांकि, खुशकिस्मती यह रही कि यह ब्लैक फंगस से अनिल कुमार की आंखों तक नहीं पहुंच पाया। मामले की गंभीरता को देखते हुए डॉक्टरों ने शुक्रवार को डॉ बृजेश कुमार के नेतृत्व में डॉक्टरों ने अनिल कुमार का सफलतापूर्वक ऑपरेशन किया और उनके दिमाग से क्रिकेट के आकार के बराबर का ब्लैक फंगस निकाला।
डॉक्टरों का कहना है कि अब मरीज की हालत स्थिर है। हालांकि ऑपरेशन काफी जटिल था. ब्लैक फंगस नाक और साइनस के बाद आंखों को थोड़ा छूते हुए मस्तिष्क तक पहुंच गया था और मस्तिष्क में तेजी से फैल रहा था।
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