गोरखपुर: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार में कहने को तो क्राइम का ग्राफ लगातार तेजी से गिरा है, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां करती है। ये हम नहीं कह रहे, बल्कि पिपराईच इलाके से सामने आया एक मामला इस बात की गवाही दे रहा है। दरअसल पंचायत ने 50 साल के एक शिक्षक को 10वीं की छात्रा से निकाह करने का फरमान सुनाया है। हैरानी की बात ये है कि छात्रा के घर वाले भी शादी के लिए रजामंद हैं। बता दें कि भारत में नाबालिग से शादी करना और कराना भी एक जुर्म है।
मिली जानकारी के अनुसार मामला पिपराइच थाना क्षेत्र का है, जहां मदरसे में गांव का ही एक 50 साल का शादीशुदा युवक पढ़ाता था। इसी मदरसे में गांव की एक लड़की 10वीं कक्षा में पढ़ती थी। बताया गया कि शदीशुदा शिक्षक तालीम देने के नाम पर छात्रा को प्रेम जाल में फंसा लिया और उससे पिछले दो साल से संबंध बना रहा था। वहीं, जब शिक्षक और छात्र के बीच अवैध संबंध का खुलासा हुआ तो परिजनों ने बदनामी के डर से पुलिस के पास जाने के बजाए पंचायत से न्याय की गुहार लगाई। वहीं, पंचायत में पंचों ने शादीशुदा शिक्षक को छात्रा से शादी करने करने का फरमान सुनाया। पहले ही शादीशुदा होने की स्थिति में शिक्षक के पिता ने आपत्ति जताई, लेकिन पंचायत के फरमान के सामने उनकी एक न चली। वहीं, छात्रा के परिजनों ने अपने हिस्से की आधी संपत्ति को शिक्षक को अपनी पहली पत्नी के बच्चे के नाम रजिस्टर्ड वसीयत करनी होगी उसके बाद ही वह निकाह की सहमति देंगे।
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