साल 2021 का पहला सूर्यग्रहण कल, इन जगहों से दिखेगा नजारा, बरतनी होगी ये सावधानी, वरना हो सकती बड़ी परेशानी

नई दिल्ली : इस वर्ष का पहला सूर्यग्रहण दस जून को लग रहा है। भारतीय समय के मुताबिक यह ग्रहण दोपहर 1:42 से शाम 6:41 बजे तक रहेगा। यह ग्रहण उत्तरी अमेरिका के उत्तरी भाग में रहेगा तथा यूरोप और एशिया में आंशिक रूप से दिखाई देगा। वहीं उत्तरी कनाडा, ग्रीनलैंड और रूस में यह सूर्यग्रहण पूर्ण रूप से नजर आएगा। भारत में यह सूर्यग्रहण आंशिक रूप में ही दिखाई देगा।

सूर्य ग्रहण के नुकसान
माना जाता है कि बिना सुरक्षा ग्रहण देखने से आंखों पर बुरा असर पड़ता है। इससे आंखों की रोशनी खत्म होने और पूरी तरह से अंधेपन होने का खतरा होता है। वैज्ञानिक मानते हैं कि सूर्य ग्रहण पर मून फुल मून की तुलना में चार लाख गुना ज्यादा चमकदार होता है, जो सीधे रूप से आंखों को प्रभावित कर सकता है। हालांकि कुछ सावधानियां अपनाकर आप इस दृश्य का आनंद ले सकते हैं।

नेशनल एयरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (NASA) के अनुसार, हर किसी को ग्रहण के समय चश्मा पहनना चाहिए या आंशिक सूर्यग्रहण देखने पर अप्रत्यक्ष रूप से देखने की विधि का उपयोग करना चाहिए। सूरज की किरणों को सीधे देखना कभी भी सुरक्षित नहीं है, भले ही सूर्य आंशिक रूप से अस्पष्ट हो।नासा का यह भी मानना है कि यह नियम कुल ग्रहण (total eclipse) के दौरान भी लागू होता है जब तक कि सूरज पूरी तरह से अवरुद्ध न हो।

अमेरिकन एकेडमी ऑफ ऑप्थल्मोलॉजी के अनुसार, बिना सुरक्षा थोड़े समय के लिए भी सूरज को देखना आपके रेटिना को स्थायी नुकसान पहुंचा सकता है, जिसके परिणामस्वरूप अंधापन हो सकता है जिसे सौर रेटिनोपैथी कहा जाता है। ऑस्ट्रेलियाई विकिरण सुरक्षा और परमाणु सुरक्षा एजेंसी (ARPANSA) ने चेतावनी दी है कि आपको सूर्य ग्रहण देखने के लिए सीधे सूर्य ग्रहण चश्मे का उपयोग नहीं करना चाहिए।

सूर्य ग्रहण को देखते समय इन बातों का रखें ध्यान
गलती से भी सूर्य को सीधे रूप से न देखें
सूर्य देखते समय हमेशा चश्मे का इस्तेमाल करें
सूर्य देखने के बाद अपनी आंखों की जांच जरूर कराएं
इस तरह के लक्षण होने पर तुरंत डॉक्टर से मिलें

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