हिंदी सिनेमा (Hindi Cinema) में जितनी एक हीरो और हिरोइन की जरूरत होती है, उतनी ही हास्य कलाकारों और विलेन की भी होती है. जब भी होती है, सुपरस्टार्स की ही बात की जाती है. पर आज हम ऐसी शख्सियत की बात करेंगे, जिनका 60 और 70 के दशक में काफी दबदबा था. इस हास्य कलाकार के कारण हिंदी फिल्में थोड़ी अधूरी सी लगती थीं. हम बात कर रहे हैं अभिनेता राजेंद्र नाथ मल्होत्रा (Rajendra Nath Malhotra) की. आज राजेंद्र नाथ की जयंती है.
बटवारे से पहले पाकिस्तान के पेशावर में जन्मे राजेंद्र ने ‘दिल देके देखो’, ‘जानवर’, ‘राजा साहब’, ‘एन इवनिंग इन परिस’ जैसी कई सुपरहिट फिल्मों में अभिनय किया था. उनकी कॉमेडी का लुत्फ लोग बहुत ही चाव से उठाया करते थे. राजेंद्र नाथ, एक ऐसे अभिनेता थे, जिन्होंने दर्शकों तक कई पीढ़ियों का अद्भुत मनोरंजन किया और उन्हें अपनी विशेष हास्य प्रतिभा के साथ जोड़ा. नई पीढ़ी भी उनकी फिल्में देख सकती है और स्क्रीन पर मजेदार पल जीने का अनोखा आनंद ले सकते हैं.
इन तीन दिग्गज कलाकारों के थे मामा
राजेंद्र नाथ के भाई प्रेम नाथ भी फिल्म इंडस्ट्री के दिग्गज कलाकार रहे हैं. राजेंद्र नाथ मध्य प्रदेश के रीवा के रहने वाले थे और उनके पिता पुलिस महकमें में आईजी थे. इसके अलावा जो बात शायद कम ही लोग जानते होंगे कि राजेंद्र नाथ का हिंदी सिनेमा के दिग्गज कपूर खानदान से काफी गहरा नाता रहा था.
कपूर खानदान तो काफी पहले से फिल्मों से जुड़ा है, लेकिन राजेंद्र नाथ का परिवार उस समय नौकरशाही से ताल्लुक रखता था. अगर आप नहीं जानते तो आपको बता दें कि राजेंद्र नाथ की बहन कृष्णा नाथ मल्होत्रा की शादी दिग्गज अभिनेता राज कपूर से हुई है. राज कपूर और कृष्णा की शादी एक सरकारी बंगले में हुई थी. चूंकि राज कपूर की शादी राजेंद्र की बहन कृष्णा के साथ हुई तो उसके नाते वह रणधीर कपूर, ऋषि कपूर और राजीव कपूर के सगे मामा थे.
हिंदी सिनेमा में 1960 का दशक हल्की-फुल्की रोमांटिक म्यूजिकल फिल्मों का युग था, जिसमें राजेंद्र नाथ जैसे अभिनेता के लिए बहुत गुंजाइश थी. वह महमूद और जॉनी वॉकर के साथ 60 के दशक के इस रोम-कॉम परिदृश्य का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन गए थे. राजेंद्र नाथ की एक पूरी तरह से अलग प्रकार की कॉमिक टाइमिंग थी, जिसने उन्हें एक प्यारे और मासूम और शरारती व्यक्ति के रूप में दर्शाया.