0 केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय की इस बैठक में प्रधानमंत्री ने छात्रों से कई मुद्दों पर की चर्चा
नई दिल्ली। सीबीएसई की 12वीं की परीक्षा रद्द किए जाने के बाद केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने गुरुवार को छात्रों और अभिभावकों के साथ वर्चुअल मीटिंग आयोजित की थी। इसी मीटिंग के दौरान पीएम मोदी ने भी शामिल होकर छात्रों को हैरान कर दिया। इस दौरान पीएम ने स्टूडेंट्स और उनके पैरेंट्स के साथ कई मुद्दों पर चर्चा की।
प्रधानमंत्री मोदी ने गुरुवार को एक सरप्राइज इंटरैक्टिव सेशन में सीबीएसई के स्टूडेंट्स से बातचीत की। दरअसल गुरुवार 3 जून को छात्रों और उनके अभिभावकों के साथ सीबीएसई एग्जाम पर एक वर्चुल मीटिंग आयोजित की गई थी। पीएम मोदी ने भी इसी वर्चुअल सेशन में अचानक शामिल होकर छात्रों को हैरान कर दिया। गौरतलब है कि केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय द्वारा आयोजित बैठक में पीएम ने विभिन्न मुद्दों और चिंताओं पर बातचीत की।
पीएम ने छात्रों से मूल्यांकन और मार्किंग क्राइटेरिया के बारे में पूछा
बता दें कि सीबीएसई की 12वीं की बोर्ड परीक्षा 1 जून को स्थगित किए जाने के बाद बैठक आयोजित की गई थी। छात्रों के साथ पीएम की बातचीत की सीमित अवधि में, प्रधानमंत्री ने छात्रों से मूल्यांकन और मार्किंग क्राइटेरिया के बारे में पूछा।
वहीं मीटिंग के दौरान पीएम मोदी ने कहा, “12वीं के छात्र हमेशा भविष्य के बारे में सोचते रहते हैं। 1 जून तक आप सभी परीक्षा की तैयारी कर रहे होंगे।“ इस पर एक छात्र ने जवाब दिया कि, “सर, आपने कहा कि परीक्षा उत्सव के रूप में मनाया जाना चाहिए, इसलिए मेरे मन में परीक्षाओं के लिए कोई डर नहीं था।`
1 जून को सीबीएसई की 12वीं की परीक्षा रद्द की गई थी
बता दें कि इससे पहले 1 जून को प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता में आयोजित उच्च स्तरीय बैठक में सीबीएसई की 12वीं की परीक्षा को रद्द करने का निर्णय लिया गया था। बैठक में पीएम मोदी कहा था कि ये निर्णया छात्रों के लिए अनुकूल है और उनके भविष्य के साथ ही उनके स्वास्थ्य की भी रक्षा करेगा।
12वीं की परीक्षा रद्द होने से छात्रों-अभिभावकों और शिक्षकों की कम हुई चिंता
प्रधानमंत्री मोदी ने मीटिंग में आगे कहा कि, `छात्रों की सुरक्षा और स्वास्थ्य सुनिश्चित करना हमारी प्राथमिकता है, जिससे समझौता नहीं किया जा सकता है. प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा कि 12वीं की परीक्षा रद्द होने से कई लोगों को खुशी हुई है और छात्रों व अभिभावकों और शिक्षकों की चिंता कम हुई है.
इसके साथ ही पीएम मोदी ने छात्रों से कहा कि बुरे समय पर ध्यान न दें और इस दौरान सीखे गए पाठों पर फोकस करना चाहिए और लाइफ में आगे बढ़न के लिए इनका उपयोग करना चाहिए।
प्रधनमंत्री मोदी ने अभिभावकों से सवाल करते हुए पूछा कि अब कैसा लगा रहा है। इसके जवाब में एक अभिभावक ने कहा कि सरकार के इस कदम से अच्छा लगा क्योंकि कोरोना के बीच परीक्षा एक बड़ी चिंता थी। गौरतलब है कि 12वीं के छात्र और पैरेंट्स के साथ सीबीएसई ने ये बैठक आयोजित की थी ताकि 12वीं के परीक्षा परिणाम के फॉर्मूले को लेकर निष्कर्ष पर पहुंचा जा सके।
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