CG BREKING NEWS:किस दुकान में मिलेगी मनपसंद शराब? सरकार का नया एप देगा जवाब…

रायपुर 27 सितंबर (वेदांत समाचार)। शराब प्रेमियों के लिए एक राहत की खबर है। अब शराब खरीदने वालों को अपनी पसंद का ब्रांड न मिलने पर निराश नहीं होना पड़ेगा। छत्तीसगढ़ सरकार का आबकारी विभाग एक नया मोबाइल एप्लिकेशन लाने की तैयारी में है, जिसके जरिए ग्राहक आसानी से जान सकेंगे कि उनके नजदीकी सरकारी दुकान में कौन सा ब्रांड उपलब्ध है।

पिछले कुछ समय से राज्य के शराब प्रेमियों को यह शिकायत थी कि उन्हें उनके मनपसंद ब्रांड की शराब, बीयर या माल्ट नहीं मिल रही है। लेकिन अब आबकारी विभाग इस समस्या को हल करने के लिए तैयार है। सूत्रों के अनुसार, इस एप का नाम ‘मनपसंद’ रखा गया है और इसे छत्तीसगढ़ इंफोटेक प्रमोशन सोसाइटी (CHiPS) द्वारा विकसित किया जा रहा है।

राजस्व में कमी की चिंता
आबकारी विभाग के सूत्रों का कहना है कि दुकानों में सभी ब्रांड न मिलने से न केवल ग्राहकों को परेशानी हो रही है, बल्कि इससे सरकार के राजस्व में भी गिरावट आ रही है। सरकार को आबकारी राजस्व के रूप में हर साल हजारों करोड़ रुपये मिलते हैं, और यह लक्ष्य अब लगभग दोगुना करने का है। हाल ही में राज्य की आबकारी टीम द्वारा बिलासपुर जिले की शराब दुकानों का निरीक्षण किया गया, जिसमें सामने आया कि ग्राहकों की पसंदीदा शराब ब्रांड उपलब्ध न होने के कारण बिक्री में गिरावट आ रही है।

ऐप से होगी ब्रांड की जानकारी
जल्द लॉन्च होने वाला एप यह जानकारी प्रदान करेगा कि किस दुकान में कौन से ब्रांड उपलब्ध हैं। इससे ग्राहकों को आसानी होगी और वे बिना किसी असुविधा के अपनी पसंदीदा शराब खरीद सकेंगे। इस ऐप के जरिए बिक्री में पारदर्शिता आएगी और ग्राहकों के साथ दुकानदारों की मनमानी नहीं चल पाएगी।

सूत्रों का यह भी कहना है कि राज्य में अगले कुछ दिनों में दिल्ली, पंजाब, हरियाणा सहित अन्य राज्यों से बड़ी मात्रा में शराब और बीयर मंगाई जा रही है, जिससे उपलब्धता में सुधार होगा।

 शराब प्रेमियों के लिए एक राहत की खबर है। अब शराब खरीदने वालों को अपनी पसंद का ब्रांड न मिलने पर निराश नहीं होना पड़ेगा। छत्तीसगढ़ सरकार का आबकारी विभाग एक नया मोबाइल एप्लिकेशन लाने की तैयारी में है, जिसके जरिए ग्राहक आसानी से जान सकेंगे कि उनके नजदीकी सरकारी दुकान में कौन सा ब्रांड उपलब्ध है।

पिछले कुछ समय से राज्य के शराब प्रेमियों को यह शिकायत थी कि उन्हें उनके मनपसंद ब्रांड की शराब, बीयर या माल्ट नहीं मिल रही है। लेकिन अब आबकारी विभाग इस समस्या को हल करने के लिए तैयार है। सूत्रों के अनुसार, इस एप का नाम ‘मनपसंद’ रखा गया है और इसे छत्तीसगढ़ इंफोटेक प्रमोशन सोसाइटी (CHiPS) द्वारा विकसित किया जा रहा है।

राजस्व में कमी की चिंता
आबकारी विभाग के सूत्रों का कहना है कि दुकानों में सभी ब्रांड न मिलने से न केवल ग्राहकों को परेशानी हो रही है, बल्कि इससे सरकार के राजस्व में भी गिरावट आ रही है। सरकार को आबकारी राजस्व के रूप में हर साल हजारों करोड़ रुपये मिलते हैं, और यह लक्ष्य अब लगभग दोगुना करने का है। हाल ही में राज्य की आबकारी टीम द्वारा बिलासपुर जिले की शराब दुकानों का निरीक्षण किया गया, जिसमें सामने आया कि ग्राहकों की पसंदीदा शराब ब्रांड उपलब्ध न होने के कारण बिक्री में गिरावट आ रही है।

ऐप से होगी ब्रांड की जानकारी
जल्द लॉन्च होने वाला एप यह जानकारी प्रदान करेगा कि किस दुकान में कौन से ब्रांड उपलब्ध हैं। इससे ग्राहकों को आसानी होगी और वे बिना किसी असुविधा के अपनी पसंदीदा शराब खरीद सकेंगे। इस ऐप के जरिए बिक्री में पारदर्शिता आएगी और ग्राहकों के साथ दुकानदारों की मनमानी नहीं चल पाएगी।

सूत्रों का यह भी कहना है कि राज्य में अगले कुछ दिनों में दिल्ली, पंजाब, हरियाणा सहित अन्य राज्यों से बड़ी मात्रा में शराब और बीयर मंगाई जा रही है, जिससे उपलब्धता में सुधार होगा।