बिलासपुर। तखतपुर में जल संसाधन विभाग के तहत भिलौनी में निर्माणाधीन एनीकट में अनियमितता बरतने का मामला सामने आया है। मुख्य अभियंता ने इस मामले में जांच के आदेश दिए हैं। साथ ही 10 दिनों के भीतर प्रतिवेदन प्रस्तुत करने कहा है। इसके बाद संबंधित दोषियों के खिलाफ कार्रवाई प्रस्तावित की जाएगी।
जल संसाधन कोटा संभाग के अंतर्गत तखतपुर उपसंभाग द्वारा भिलौनी में एनीकट का निर्माण कराया जा रहा है। आरोप है कि इस निर्माणधीन एनीकट में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार किया जा रहा है। स्वीकृत ड्राइंग डिजाइन को दरकिनार कर निर्माण कराया जा रहा है। एनीकट में बाउंड्रीवाल बनाने के साथ ही उसके गहराई व चौड़ाई में भी गड़बड़ी की जा रही है।
अनियमितता सामने आने पर हसदेव कछार के मुख्य अभियंता ने जांच समिति गठित की है। इसमें कार्यपालन अभियंता यूएस राजपूत व सहायक अभियंता एके सिंह को जांच अधिकारी बनाया गया है। दोनांे अधिकारियों को एनीकट निर्माण की जांच कर 10 दिनों के भीतर प्रतिवदेन प्रस्तुत करने के निर्देश भी दिए हैं। गौरतलब है कि बेलगहना के देवरीखुर्द में भी एक एनीकट के बह जाने की शिकायत सामने आई थी।
इस मामले में प्रमुख अभियंता ने जांच का आदेश दिया था। जांच में एनीकट की बाउंड्रीवाल बहने और ड्राइंग डिजाइन में गड़बड़ी सामने आई थी। मामले की जांच के बजाय विभाग के जिम्मेदार अधिकारी लीपापोती में जुट गए हैं। पता चला है कि वर्तमान अधीक्षण अभियंता आरएस नायडू ने मामले की जांच कर रिपोर्ट चीफ इंजीनियर वीके श्रीवास्तव को सौंपी थी।
उल्टे कार्रवाई करने के बजाय मरम्मत के लिए गुपचुप तरीके से टेंडर जारी किया गया है। यह टेंडर 50 लाख रुपये का है। विभागीय अधिकारियों ने इसकी पुष्टि की है, लेकिन वे अधिकृत तौर पर कुछ भी बोलने से कतरा रहे हैं। वे कह रहे हैं कि यह काम 50 लाख रुपये के आसपास का है। इसलिए यह टेंडर डिवीजन के बजाय सर्किल स्तर पर लगाया गया है।
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